शुल्क बढ़ोतरी पर भड़के ट्रांसपोर्ट संगठन
यावसायिक वाहनों के परमिट शुल्क व जुर्माना में अचानक बढ़ोतरी किए जाने का परिवहन संगठनों ने किया विरोध।
पटना : व्यावसायिक वाहनों के परमिट शुल्क व जुर्माना में अचानक बढ़ोतरी किए जाने पर बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में शनिवार को विजयधारी कुमार व राजकुमार झा की अध्यक्षता में आपात बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि राज्य परिवहन कार्यालय की ओर से शुल्क बढ़ोतरी का निर्णय जनविरोधी है। आटो चालक से लेकर ट्रक चालक तक अपने घर से इस शुल्क को अदा नहीं करेंगे बल्कि जनता पर ही इसका बोझ पड़ेगा। इसके लिए पहले सरकार को संगठन से बात करना अनिवार्य था।
इस बाबत उन्होंने बताया कि पथ परिवहन विधेयक अभी राज्यसभा से पारित भी नहीं हुआ है कि राज्य सरकार ने परमिट शुल्क में दो गुना से चार गुना तक बढ़ोतरी कर दी है। इसका असर आम जनता पर ही पड़ेगा। राज्य सरकार का यह निर्णय जनविरोधी है। झा ने बताया कि पहले आटो का परमिट पांच साल के लिए 1650 रुपये देना पड़ता था। अब बढ़ाकर 3200 रुपये कर दिया गया है। पिकअप वान का 2050 रुपये बढ़ाकर 7300 रुपये, मैक्सी-टैक्सी का 6100 से बढ़ाकर 16000 कर दिया गया है। इसका असर गरीब जनता के पाकेट पर ही पड़ेगा। माल भाड़ा के साथ-साथ यात्री भाड़े में बढ़ोतरी होगी। इतना ही नहीं गांधी मैदान ऑटो स्टैंड से जबरन रंगदारी वसूले जाने के विरोध में एक जून को गांधी मैदान के काली मंदिर आटो स्टैंड के पास विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।