STING : बिहार के पूर्व मंत्री अवधेश कुशवाहा पर एफआइआर, DM से रिपोर्ट तलब
नीतीश सरकार के पूर्व मंत्री अवधेश कुशवाहा के स्टिंग पर सोमवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए पटना जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है।
पटना। नीतीश सरकार के पूर्व मंत्री अवधेश कुशवाहा के स्टिंग पर सोमवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए पटना जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है। वहींं इस मामले में निर्वाचन आयोग ने पूर्वी चंपारण के जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी (डीएम) अनुपम कुमार से जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देने को कहा है।
सोमवार को राजधानी के सचिवालय थाने में कार्यपालक दंडाधिकारी राजीव मोहन सहाय ने कांड संख्या-125/15 के तहत अवधेश कुशवाहा पर मामला दर्ज कराया। इस संबंध में एसएसपी विकास वैभव ने बताया कि पूर्व मंत्री पर आइपीसी की धारा 171(सी), 188 व 420, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम (123) और आरपी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कांड का अनुसंधान सचिवालय डीएसपी अशोक कुमार चौधरी करेंगे।
उधर मोतिहारी के जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में जांच प्रारंभ कर दी गई है। जल्द ही रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। जांच का जिम्मा एसडीओ व डीएसपी को दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्टिंग का मामला यहां का नहीं है। फिर भी वीडियो सीडी के अलावा मूल सीडी की पड़ताल होगी, जहां से यह सीडी लोड की गई है। मूल सीडी की भी जांच होगी।
डीएम ने कहा कि पूर्व मंत्री कुशवाहा ने अब तक पर्चा भी दाखिल नहीं किया था। सो, चुनाव प्रभावित होने का कोई मामला नहीं बनता।
गौरतलब है कि स्टिंग ऑपरेशन के बाद मंत्री अवधेश कुशवाहा ने पद से इस्तीफा दे दिया। उनसे पिपरा विस क्षेत्र से पार्टी की उम्मीदवारी भी वापस ले ली गई। वे पिपरा विस सीटी से जदयू के घोषित प्रत्याशी थे। उन्होंने नामांकन नहीं किया था। इसी बीच वीडियो वायरल हो गया जिसमें उन्हें रुपये लेते दिखाया गया।
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स्टिंग भाजपा की साजिश : मुंद्रिका
जहानाबाद से राजद प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री मुंद्रिका सिंह यादव ने मीडिया में अपने खिलाफ आए स्टिंग ऑपरेशन की खबरों को फर्जी एवं बेबुनियाद बताते हुए भाजपा की सुनियोजित साजिश करार दिया है।
यादव ने कहा कि उनका राजनीतिक जीवन बेदाग और निष्कलंक रहा है। वह जगदेव प्रसाद के पदचिह्नों पर चलते हुए गरीबों, शोषित और वंचित लोगों के लिए संघर्ष करते रहे हैं। मुंद्रिका ने कहा कि कंपनी की प्रोफाइल को सार्वजनिक किए बिना स्टिंग की विश्वसनीयता स्वत: संदिग्ध है। इससे साजिश की पुष्टि होती है।