RESULT SCAM : उषा ने 'बच्चा' को जड़े करारे थप्पड़, बोलीं- सब तेरे कारण हुआ
बिहार बोर्ड के रिजल्ट घोटाला में आरोपियों की पूछताछ समाप्त हो चुकी है। पूछताछ के दौरान आरोपी बच्चा राय को लालकेश्वर प्रसाद व उनकी पत्नी ऊषा सिन्हा ने थप्पड़ जड़ दिया था।
पटना [जेएनएन]। रिमांड की अवधि खत्म होने पर लालकेश्वर प्रसाद, उनकी पत्नी डॉ.ऊषा सिन्हा, बच्चा राय और अन्य आरोपी जेल भेज दिए गए। उनसे पूछताछ के दौरान कई ऐसे अवसर आए जब एसआइटी सन्न रही। एक समय ऐसा भी आया जब पूर्व विधायक ऊषा सिन्हा ने गुस्से में बच्चा राय को थप्पड़ जड़ दिया।
इस दौरान बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद भी सामने ही थे। फिर क्या था, तीनों काफी देर तक आपस में ही उलझते रहे और पुलिस तीनों के बयान नोट करती रही।
इनके गुस्से ने पुलिस का काम किया आसान
थप्पड़ का वाकया बीएमपी पांच परिसर में पूछताछ के दौरान हुआ। एसआइटी ने बच्चा राय का लालकेश्वर प्रसाद और ऊषा सिन्हा से आमना-सामना कराया था। पुलिस ने पूछा, लालकेश्वर जी ने ही घोटाला किया है? बच्चा बोला - हां। इतना सुनने की देर थी कि ऊषा ने आव देखा ना ताव, कुर्सी से उठी और बच्चा की गाल पर जोरदार तमाचा जड़ दिया।
ये सब होता देख लालकेश्वर ने भी चुप्पी तोड़ दी। तीनों एक-दूसरे पर दोष मढ़ते रहे। बच्चा की आंखें लाल हो गईं थीं। गुस्से में आरोपियों ने वो सारी बातें कह डाली, जिनका जवाब ढूंढने में पुलिस परेशान थी। उठा-पटक की नौबत आने से पहले पुलिस ने उन्हें शांत कराकर कुर्सी पर बैठा दिया। आमने-सामने बिठाकर 10 घंटे तक चली पूछताछ में कई मामलों का खुलासा हो गया।
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इस दौरान वहां पूर्व सचिव हरिहर नाथ झा, गोपनीय शाखा के प्रशाखा पदाधिकारी शंभूनाथ दास, सहायक रणजीत कुमार मिश्रा, बोर्ड कर्मी विकास कुमार सिंह, देवनारायण सिंह, विनोद कुमार और लालकेश्वर का बॉडीगार्ड संजय कुमार भी मौजूद था। पुलिस ने विकास, देवनारायण, विनोद और संजय को सरकारी गवाह बना लिया है। सभी का कोर्ट में बयान कलमबद्ध कराया जाएगा।
बोले लालकेश्वर, मैंने दिए जांच के आदेश
ऊषा के तमाचा जडऩे बाद लालकेश्वर ने झल्लाते हुए कहा कि पूछिए, मैंने ही विशुन राय इंटर कॉलेज की कॉपियों पर जांच के आदेश दिए थे। उनके मुताबिक वर्ष 2015 की इंटर परीक्षा में 222 छात्रों की उत्तर पुस्तिका में लिखे जवाब एक सामान थे। संदेह होने पर कदाचार समिति को जांच करने का आदेश दिया गया था। तब बच्चा बोला, अगर ऐसी बात थी तो मुझ पर एफआइआर क्यों नहीं की? इसके बाद लालकेश्वर चुप हो गए।
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जांच के घेरे में कदाचार समिति
लालकेश्वर ने पूछताछ में साफ कर दिया कि कदाचार पर अंकुश लगाने के लिए बनी समिति भी उनके इशारे पर नाचती थी। समिति उनके मनमाफिक रिपोर्ट भेजती थी। पुलिस ने कदाचार समिति को भी जांच के घेरे में लिया है। समिति के सदस्यों से जल्द पूछताछ की जाएगी।