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राज्य कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, बढ़ गई तनख्वाह

राज्य के सरकारी कर्मियों को 6 प्रतिशत और महंगाई भत्ते का भुगतान होगा। राज्य मंत्रिपरिषद की मंगलवार संध्या हुई बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह फैसला पहली जनवरी, 2015 से लागू होगा।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 20 May 2015 09:57 AM (IST)Updated: Wed, 20 May 2015 09:59 AM (IST)
राज्य कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, बढ़ गई तनख्वाह

पटना। राज्य के सरकारी कर्मियों को 6 प्रतिशत और महंगाई भत्ते का भुगतान होगा। राज्य मंत्रिपरिषद की मंगलवार संध्या हुई बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह फैसला पहली जनवरी, 2015 से लागू होगा।

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राज्यकर्मियों को अब 107 प्रतिशत की जगह 113 प्रतिशत महंगाई भत्ते का भुगतान होगा। इस पर 820.96 करोड़ की अतिरिक्त राशि खर्च होगी। जिन कर्मियों का वेतन पुनरीक्षित नहीं हुआ है उन्हें अब 212 प्रतिशत की जगह 223 प्रतिशत महंगाई भत्ता का भुगतान होगा।

कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव शिशिर कुमार सिन्हा ने बताया कि अपुनरीक्षित एवं पुनरीक्षित वेतनमान में वेतन एवं पेंशन प्राप्त कर रहे कर्मियों पर यह फैसला लागू होगा। इसके अलावा मंत्रिपरिषद की बैठक में 22 और प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। एक अहम फैसले में कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा बिहटा में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज की लीज अवधि एवं एकरारनामा अवधि में 50:50 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति बंटवारे के आधार पर राज्य सरकार को हस्तांतरित किए जाने एवं राज्य सरकार द्वारा इसके अधिग्रहण को मंजूरी दी गई।

राज्य के नगर निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को विभिन्न प्रकार के भत्तों की जगह प्रति माह नियत भत्ता देने का भी फैसला लिया गया। नगर वार्ड पार्षदों को 1500 रुपये प्रति माह और पंचायत पार्षदों को 1000 रुपये प्रति माह नियत भत्ता मिलेगा।

विद्युत कनेक्शन लिए बगैर डीजी सेट या कैपटिव पावर जेनरेशन से उत्पादन करने वाली इकाइयों का लोड 5 जनवरी 2015 की जगह 1 जुलाई, 2011 के आधार पर तय करने का भी फैसला लिया गया है। बिहार राज्य हज समिति को वित्तीय वर्ष 2012-13 से 2017-18 तक के लिए स्वीकृत 40 लाख में से 20 लाख रुपये दिए जाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई। राष्ट्रीय उच्च पथ 98 के बेहतर पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण के लिए इसका पथ प्रमंडल पटना से बदलकर पुन: औरंगाबाद करने का फैसला लिया गया है।

राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में भागलपुर सदर अस्पताल का नाम लोकनायक जय प्रकाश नारायण सदर अस्पताल करने, मधेपुरा चिकित्सा महाविद्यालय का नाम जननायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय, मधेपुरा करने, भागलपुर स्थित नाथनगर रेफरल अस्पताल का नाम जननायक कर्पूरी ठाकुर रेफरल अस्पताल, नाथनगर रखने, मोकामा रेफरल अस्पताल का नामकरण हिन्दी के प्रख्यात विद्वान बैजनाथ शर्मा के नाम पर बैजनाथ शर्मा रेफरल अस्पताल, मोकामा करने, पटना सिटी स्थित कृष्णाबाग राजकीय औषधालय का नामाकरण रामदेव महतो राजकीय औषधालय करने तथा पटना सिटी के मारूफगंज राजकीय औषधालय का नाम पूर्व महापौर यमुना प्रसाद के नाम पर करने का फैसला लिया गया है।


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