बैंक में फर्जी एकाउंट खुलवा करते थे ऑनलाइन ठगी, जानिए कैसे खुली पोल
शातिर अपराधी फर्जी एकाउंट खुलवाते थे, फिर बैंक अधिकरी बन एकांउट की पूरी जानकारी ले लेते थे। जानकारी के आधार पर वे ऑनलाइन ठगी करते थे। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है।
नालंदा [जेएनएन]। अपराधी पहले फर्जी अकाउंट खुलवाते थे। फिर, बैंक अधिकारी बन खाताधारियों को फोन कर एटीएम कार्ड संख्या तथा पिन की जानकारी प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद ेवे जमा राशि ऑनलाइन निकाल लेते थे। नालंदा पुलिस ने इस ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक लाख रुपये नकद, फर्जी आधार व पैन कार्ड आदि मिले हैं।
एसपी कुमार आशीष ने बताया कि स्टेट बैंक चंडी शाखा के प्रबंधक सुमन कुमार ने फर्जी अकाउंट खुलवाकर ऑनलाइन के माध्यम से फर्जीवाड़ा करने वाले नूरसराय थाना के बुधौली गांव निवासी नीतीश कुमार के खिलाफ चंडी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसके उपरांत चंडी पुलिस ने अभियुक्त नीतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार नीतीश से पूछताछ के बाद उसने एक गिरोह का खुलासा किया तथा इसके अन्य दर्जनभर गुर्गों के नाम बताए।
गिरफ्तार नीतीश के बयान के आधार पर पुलिस ने सालेपुर मोड़ से तीन अन्य ठगों को भी गिरफ्तार किया। अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि वे अकाउंट खुलवाकर बैंक अधिकारी बता खाताधारकों से एटीएम कार्ड संख्या तथा पिन संख्या की जानकारी प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद जमा राशि ऑनलाइन निकाल लेते थे।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से फर्जी आधार कार्ड एवं फर्जी खाता पर निर्गत एटीएम कार्ड एवं अन्य सामान भी जब्त किए गए हंै। गिरोह का राज्यस्तरीय मुखिया झारखंड के जामताड़ा का निवासी मो. रब्बानी, मो. तबारक एवं मो. सलमान हैं। नालंदा में गिरोह का संचालन पकंज कुमार एवं प्रेमरंजन धंजू उर्फ धनंजय के नाम आए हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।