सीएम नीतीश का एलान- नहीं बख्शे जायेंगे सृजन घोटाले के आरोपी
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए कहा कि सृजन घोटाले के आरोपी किसी भी हाल में नहीं बख्शे जायेंगे।
पटना [राज्य ब्यूरो]। सीएम नीतीश ने भागलपुर के सृजन घोटाले के आरोपियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि विकास के मार्ग में आने वाले सारे अवरोधों को हटाया जाएगा। इसमें जो भी लोग शामिल हैं, किसी को नहीं बख्शा जाएगा। साथ सृजन सहित सभी एनजीओ की सीबीआइ जांच कराने के लिए पीआइएल दायर की गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 71वें स्वतंत्रता दिवस पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से न्याय के साथ बिहार का विकास, शिक्षा-चिकित्सा व्यवस्था में सुधार और भ्रष्टाचार मुक्त बिहार के लिए जंग का एलान किया।
सृजन सहित सभी एनजीओ की सीबीआई जांच कराने को पीआइएल
करीब 800 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले के बाद पटना उच्च न्यायालय में प्रदेश के तमाम एनजीओ की सीबीआई जांच कराने को लेकर बुधवार को एक लोकहित याचिका दायर की गई है।
अधिवक्ता मणि भूषण प्रताप सेंगर की तरफ से दायर इस याचिका में हाईकोर्ट को जानकारी दी गई है कि सृजन के तार भागलपुर, सहरसा और अररिया तक जुड़े हैं।
आशंका है कि पुलिस जांच केवल भागलपुर तक ही सीमित रह जाएगी। इस लिए इन तीनों जिलों में कम से कम 10 साल पीछे तक की जांच कराई जानी चाहिए। ताकि सृजन जैसे एनजीओ की तमाम जानकारी मिल सके।
इसके साथ अधिवक्ता सेंगर ने यह भी निवेदन किया है प्रदेश के 38 जिलों में जितने भी एनजीओ हैं, सबकी गतिविधियों की जांच होनी चाहिए। इसके साथ साथ जितने भी एनजीओ जिस बैंक से जुड़ हैं,वहां बैंक अधिकारियों की सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए। सारे एनजीओ पर राज्य सरकार का सीधा नियंत्रण होना चाहिए।
याचिका में कहा गया है कि 2008-2009 से सृजन नाम का एनजीओ कार्य कर रहा है। फिलहाल यह अनुमान लगाना कठिन है कि वित्तीय अनियमितता जो राशि बताई जा रही है वह सही है।