सरस व सुरीले गीतों से गूंज रहे शहर
। बिहार के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा की तैयारियां लोगों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा से शुरू कर दी है। चारों ओर छठ पूजा
पटना। बिहार के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा की तैयारियां लोगों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा से शुरू कर दी है। चारों ओर छठ पूजा के गूंज रहें सुमधुर गीतों से छठ पूजा का उत्साह छलक रहा है। राजधानी छठी माई के गीतों से सुवासित और गुलजार हो उठा है। शहर में चारों तरफ छठी माई के गीतों की सीडी काफी श्रद्धा से बजाई जा रही है। शहर के मठ-मंदिरों में भी छठी माई के गीतों की सीडी से सुबह की शुरुआत हो रही है।वाली के बाद अब बिहार के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा की तैयारियां लोगों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा से शुरू कर दी है। चारों ओर छठ पूजा के गूंज रहें सुमधुर गीतों से छठ पूजा का उत्साह छलक रहा है। राजधानी छठी माई के गीतों से सुवासित और गुलजार हो उठा है। शहर में चारों तरफ छठी माई के गीतों की सीडी काफी श्रद्धा से बजाई जा रही है। शहर के मठ-मंदिरों में भी छठी माई के गीतों की सीडी से सुबह की शुरुआत हो रही है।
इस वर्ष कई नए-नए कलाकारों ने छठी माई के गीतों की सीडी बाजार में उतारा है, जिसकी लोगों में काफी मांग देखी जा रही है। इस वर्ष भोजपुरी फिल्मों के जाने-माने कलाकार खेसारी लाल की सीडी लोग खूब पसंद कर रहे है। यह सीडी ‘छठी माई घर अइली’ शीर्षक से बाजार में उतारी गई है। इसमें बहंगी डोल ता, बेदी बनल ना छठी घटिया एवं छठ माई के करब परबिया सहित कई गीतों को शामिल किया गया हैं। वहीं कलाकार राकेश मिश्र ने ‘अइह ए छठी माई’ शीर्षक से सीडी बाजार में उतारी है। इस सीडी में देवमुंगा घाटे धाका बा, सजल कलसुपवा, भइले अरघ के बेर आदि गीत काफी प्रचलित हो रहे हैं। गीतकार रितेश पाण्डे की सीडी ‘हे छठी माई’ शीर्षक से बाजार में खूब बिक रही है। इस सीडी में सूरजदेव कहवा लगवनी देर, बड़ा रे जतनवा से फलवा मंगवनी, हे छठी माई सुनेरा बचाईं सहित कई गीतों को शामिल किया गया है। बोरिंग रोड के सीडी विक्रेता मनचन का कहना है कि श्रद्धालु पुराने गायकों के साथ-साथ नए गीतकारों को भी सुनना चाहते हैं।इस वर्ष कई नए-नए कलाकारों ने छठी माई के गीतों की सीडी बाजार में उतारा है, जिसकी लोगों में काफी मांग देखी जा रही है। इस वर्ष भोजपुरी फिल्मों के जाने-माने कलाकार खेसारी लाल की सीडी लोग खूब पसंद कर रहे है। यह सीडी ‘छठी माई घर अइली’ शीर्षक से बाजार में उतारी गई है। इसमें बहंगी डोल ता, बेदी बनल ना छठी घटिया एवं छठ माई के करब परबिया सहित कई गीतों को शामिल किया गया हैं। वहीं कलाकार राकेश मिश्र ने ‘अइह ए छठी माई’ शीर्षक से सीडी बाजार में उतारी है। इस सीडी में देवमुंगा घाटे धाका बा, सजल कलसुपवा, भइले अरघ के बेर आदि गीत काफी प्रचलित हो रहे हैं। गीतकार रितेश पाण्डे की सीडी ‘हे छठी माई’ शीर्षक से बाजार में खूब बिक रही है। इस सीडी में सूरजदेव कहवा लगवनी देर, बड़ा रे जतनवा से फलवा मंगवनी, हे छठी माई सुनेरा बचाईं सहित कई गीतों को शामिल किया गया है। बोरिंग रोड के सीडी विक्रेता मनचन का कहना है कि श्रद्धालु पुराने गायकों के साथ-साथ नए गीतकारों को भी सुनना चाहते हैं।