बिहार चुनाव : दूसरे चरण के लिए कुछ देर में थम जाएगा प्रचार का शोर
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर कुछ देर में थम जाएगा। दूसरे चरण के लिए 16 अक्टूबर को मतदान होना है।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर कुछ देर में थम जाएगा। दूसरे चरण के लिए 16 अक्टूबर को मतदान होना है। मतदान के 48 घंटे पूर्व प्रचार का शोर थमने के बाद राजनीतिक दल न तो यहां प्रचार कर सकेंगे न ही किसी प्रकार की सभा से जुलूस निकाल सकेंगे। उसके बाद घर घर जाकर जनसंपर्क का कार्यक्रम चलेगा।
इस चरण में बड़े पैमाने पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं। इस नजरिए से प्रशासन के लिए चुनौती भी है। इमामगंज से पूर्व मुख्यमंत्री और हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के चुनाव मैदान में होने से लोगों की इस सीट पर खास नजर है।
वैसे मांझी मखदुमपुर से भी चुनाव लड़ रहे हैं तो मांझी के पुत्र संतोष कुटुम्बा से चुनाव मैदान में हैं। पूर्व नगर विकास मंत्री और पिछले छह टर्म से विधायक रहे प्रेम कुमार गया से मैदान में हैं। कुछ और सीटों पर भी कांटे की लड़ाई है।
जिन स्थानों पर मतदान होना है उनकी संवेदनशीलता को देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान वाले क्षेत्रों में 48 घंटे पूर्व से ही शराब की खरीद-बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। दूसरे चरण में 32 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में कई ऐसे क्षेत्र हैं जो नक्सल प्रभावित हैं, इन क्षेत्र में को अलग-अलग बांटते हुए आयोग ने कहीं सुबह सात से तीन बजे तक व कुछ स्थानों पर सुबह सात से चार बजे तक मतदान की अवधि निर्धारित की है। शेष स्थानों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे।
चुनाव आयोग ने अपनी आधिकारिक जानकारी में बताया कि कैमूर के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में शाम तीन बजे तक की मतदान होगा। औरंगाबाद में नवीनगर, कुटुम्बा और रफीगंज, गया के गुरूआ, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी, बोधगया, टेकारी और अतरी में मतदान की प्रक्रिया सुबह सात बजे शुरू होगी और शाम तीन बजे तक जारी रहेगी।
दूसरे चरण के चुनाव में सूबे के छह जिलों के 32 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होना है। इस चरण में चुनाव मैदान में कुल 456 उम्मीदवार हैं। जिनकी किस्मत का फैसला 16 अक्टूबर को ईवीएम में कैद हो जाएगा।