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सुसाइड के बाद सामने आया डीएम का वीडियो, बताए जिंदगी से फ्रस्‍ट्रेट होने के ये कारण

बिहार के बक्‍सर के डीएम मुकेश पांडेय की सुसाइड के बाद बक्‍सर सर्किट हाउस में रिकार्ड उनका वीडियो सामने आया है। इसमें उन्‍होंने अपने सुसाइड की बाबत कई बातें बताई हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 11 Aug 2017 10:07 PM (IST)Updated: Sat, 12 Aug 2017 08:03 PM (IST)
सुसाइड के बाद सामने आया डीएम का वीडियो, बताए जिंदगी से फ्रस्‍ट्रेट होने के ये कारण
सुसाइड के बाद सामने आया डीएम का वीडियो, बताए जिंदगी से फ्रस्‍ट्रेट होने के ये कारण

पटना [जेएनएन]। बिहार के बक्‍सर के डीएम मुकेश शर्मा के सुसाइड के एक दिन बाद शुक्रवार को उनका एक वीडियो समाने आया है, जिसमें  उन्‍होंने अपने दिल की बात कही है। बक्‍सर के सर्किट हाउस में रिकार्ड किया गया यह वीडियो बताता है कि उन्‍होंने पत्‍नी व माता-पिता के झगड़े के कारण जिंदगी से फ्रस्‍ट्रेट होकर सुसाइड की है।

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विदित हो कि मुकेश पांडेय ने गुरुवार की देर रात गाजियाबाद में एक ट्रेन के सामने कूद कर सुसाइड की ली। पूरी तरह प्‍लान कर की गई इस सुसाइड के पहले डीएम मुकेश कुमार ने वॉट्सएप पर मैसेज फ्लैश किया। उन्‍होंने अपने होटल के कमरे में पड़े विस्‍तृत सुसाइड नोट की भी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस पड़ताल में सुसाइड नोट मिला। साथ ही मृत डीएम का स्‍मार्टफोन भी मिला, जिसमें उन्‍होंने सुसाइड प्‍लान व इसके पभ्‍दे के कारणों को बताया है।

सुसाइड के पहले के वीडियो की ये है पूरी स्क्रिप्‍ट :

हेलो, मेरा नाम मुकेश पांडेय है...

(बक्सर के डीएम रहे मुकेश पांडेय ने आत्महत्या करने के पहले बक्सर के सर्किट हाउस में एक वीडियो बनाया था। इसकी पूरी स्क्रिप्ट निम्नवत है)

- हेलो, मेरा नाम मुकेश पांडेय है। मैं आइएएस ऑफिसर हूं। 2012 बैच के बिहार कैडर का। मेरा घर गुवाहाटी, असम में पड़ता है। मेरे पिताजी का नाम सुदेश्वर पांडे है। मेरी माताजी का नाम अंकिता पांडेय है। मेरे सास-ससुर का नाम राकेश प्रसाद सिंह और पूनम सिंह है और मेरी वाइफ का नाम आयुषी शांडिल्य है।

- इन केस आप ये मैसेज देख रहे हैं, ये सुसाइड और मेरे मौत के बाद का मैसेज है। ये मैं पहले से प्री-रिकॉर्ड कर रहा हूं। बक्सर सर्किट हाउस में। यहीं पर मैंने डिसीजन लिया है कि मैं दिल्ली में जाकर अपने जीवन का अंत कर दूंगा। यह डिसीजन मैंने इसलिए लिया, क्योंकि मैं अपने जीवन से खुश नहीं हूं।

- मेरी वाइफ और मेरे माता-पिता के बीच बहुत तनातनी है। दोनों एक-दूसरे से उलझते रहते हैं। इससे मेरा जीना दुश्वार हो गया है। दोनों ही मुझसे बहुत प्रेम करते हैं। मगर कभी-कभी किसी चीज की अति आदमी को मजबूर कर देती है। वो एक्सट्रीम स्टेप उठा लेता है। किसी भी चीज की अति होना अच्छी बात नहीं है।

- मेरी वाइफ मुझसे बहुत प्यार करती हैं, मुझे मालूम है। मेरी एक छोटी बच्ची भी है। मगर मेरे पास कोई और ऑप्शन नहीं है और मैं वैसे भी जीवन से तंग आ चुका हूं। मैं सीधा-साधा आदमी हूं और जो मेरा मैरीड लाइफ है, जब से मेरी शादी हुई है, उसमें उथल-पुथल चल रही है। हमेशा हम लोग किसी न किसी बात पर झगड़ते रहते हैं।

- मेरी पर्सनालिटी बहुत अलग है। वो एग्रेसिव और एक्सट्रोवर्ट नेचर की है। हमारे किसी चीज में मेल नहीं खाता है। लेकिन हमलोग एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और ये जो मैं सुसाइड करने जा रहा हूं, इसके लिए मैं अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं मानता हूं। खुद को जिम्मेदार मानता हूं।

- मेरी जो पर्सनालिटी है, मैं एक्सट्रोवर्ट हूं और खुले दिल का नहीं रहा बचपन से। इसी चीज को मानता हूं कि वो को-ऑपरेटिव नहीं हो पाई। इसलिए मैं सुसाइड कर रहा हूं। मेरे पर न कोई प्रेशर है, न किसी के द्वारा ऐसा काम किया गया है कि मैं उनके ऊपर आरोप लगाऊं।

- बेसिकली मैं खुद ही जिंदगी से फ्रस्टेट हो चुका हूं। मुझे नहीं लगता है कि अब हम ह्यूमन बहुत ही ज्यादा कंट्रीव्यूट कर रहे हैं। हम अपने आप को बहुत ज्यादा सेल्फ इंपॉर्टेन्स देते हैं कि हम ये कर रहे हैं वो कर रहे हैं, लेकिन पूरे यूनिवर्स में अपने आप को देखिएगा तो पता चलेगा कि हमारा जो एक्जिस्टेंस है उसका कोई मतलब नहीं है। नए-नए जाल रोज बुनते रहते हैं, उसी में खुद को उलझाए रहते हैं। वरना हमारा कोई इंपॉर्टटेंस नहीं है।

- मुझे ये बात अंदर से रियलाइज हुई कि मैं स्पिरीच्युअल्जिम की तरफ मूव करूं। कहीं जाके तप करूंगा। समाजसेवा करूंगा। मगर मुझे लगा कि वह भी एक व्यर्थ काम है। और इससे अच्छा है कि आदमी इस लीला को समाप्त कर ले। अपने इस फालतू के जीवन का अंत कर ले। 

- इसके बाद जो भी नेक्स्ट आता है, सुकून आता है, क्या आता है, पता नहीं, उसे फेस करेगा। इस जिंदगी से मेरा मन भर गया है। मुझे अब जीने की कोई इच्छा नहीं रह गई है। एक्सट्रीम स्टेप ले रहा हूं। एक कॉवरली स्टेप है। मगर मुझे लगता है कि इससे मेरे अंदर कि जो जीने की इच्छा नहीं बची है, तो फिर इस एक्जिस्टेंस का कोई मतलब ही नहीं रह जाता। इसी लिए मैं इस स्टेप को ले रहा हूं।

- अगर आपको ये वीडियो मिलता है तो इसमें कृपया इसमें मेरी मम्मी-पापा, मेरे फादर इनलॉ, मेरी वाइफ, मेरे भइया को भेज दें। सभी लोगों का नंबर इस मोबाइल में दर्ज है। ओम के नाम से है। बहन, मम्मा पापाजी, राकेश भैया आयु माइ लाइफ उत्कर्ष, वर्षा, रविशंकर शुक्ला किसी को भी आप नंबर पर कॉल करके बता दीजिएगा कि मुकेश पांडेय अब इस दुनिया में नहीं रहा। और उसने दिल्ली में सुसाइड कर ली है।

- मैं झूठ बोलकर दिल्ली जाऊंगा और सुसाइड कर लूंगा। जिसे भी ये वीडियो मिले वो मेरे घर वालों को मेरी वाइफ, मेरे परिजनों, मेरे इनलॉज को कृपया जरूर दे दे।


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