एसके पुरी में कार में मिली व्यवसायी की लाश
पटना । एसके पुरी पार्क के पीछे केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के घर के पास गुरुवार की दोपह
पटना । एसके पुरी पार्क के पीछे केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के घर के पास गुरुवार की दोपहर सफेद रंग की इंडिका विस्टा कार में शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची। कार का गेट खोला गया तो पिछली सीट पर करवट के बल लेटी अधेड़ की लाश बरामद हुई। पैंट की जेब से मोबाइल और कार की चाबी मिली। मोबाइल से घर का नंबर निकालकर पुलिस ने शव की शिनाख्त की। मृतक की पहचान न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी के जवाहर अपार्टमेंट स्थित फ्लैट संख्या 401 निवासी श्याम किशोर सिंह (लगभग 45 वर्ष) के रूप में हुई। एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं। व्यवसायी का हाथ और पैर नीला पड़ गया था, जिससे जहर से मौत होने की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल का मुआयना करने के बाद पुलिस ने हत्या कर शव को ठिकाना लगाने की आशंका जताई है। सभी बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। शव को पीएमसीएच में भेज दिया गया है, जहां शुक्रवार को पोस्टमार्टम होगा।
पान मसाला की थी फैक्ट्री
श्याम की पाटलिपुत्र इंडस्ट्रीयल एरिया में पान मसाला और गुटखा की फैक्ट्री थी, जो कुछ साल पहले उन्होंने बेच दी। पत्नी ऊषा देवी के मुताबिक फिलहाल वह नए कारोबार की जुगत में थे। हालांकि पति के काम के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। सफेद कार श्याम की है। लगभग तीन साल पहले उन्होंने सेकेंड हैंड कार खरीदी थी। वह खुद कार चलाते थे।
17 घंटे बाद मिला शव
पत्नी ने बताया कि श्याम बुधवार दोपहर 11 बजे घर से निकले थे, लेकिन लौटकर नहीं आए। वह अक्सर काम के सिलसिले में एक-दो दिन के लिए बाहर जाते थे, इसलिए घरवालों ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की तहरीर नहीं दी। इधर, एसके पुरी पार्क के पीछे सेंट कैरेंस स्कूल के बिल्डिंग नंबर दो के सामने उनकी कार को काफी देर से लगा देखकर स्थानीय लोगों ने दोपहर दो बजे डायल 100 पर सूचना दी। कार के शीशे चढ़े थे। पुलिस पहुंची तो मामले की जानकारी हुई।
बेटा करता है नौकरी, बेटी कर रही पढ़ाई
पूछताछ में जानकारी मिली कि श्याम का पैतृक घर श्रीकृष्णानगर में है। वहां उसके पिता राम रूप सिंह, मां और दो भाइयों का परिवार रहता हैं। जवाहर अपार्टमेंट में वह पत्नी के साथ रहते थे। उनके दो बेटे हैं, जो दिल्ली में नौकरी करते हैं। बेटी कोलकाता में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही है।
मो. सादिक से ले रखी थी मोटी रकम
श्याम का मोबाइल ऑन होते ही सिटी पैलेस के नाम से सेव एक नंबर से बार-बार कॉल आने लगा। दारोगा बार-बार उससे नाम और पता पूछ रहा था, लेकिन वह फोन काट देता। फिर दारोगा ने अपने मोबाइल से उस नंबर पर संपर्क किया तो मालूम हुआ कि डाकबंगला चौराहे के समीप कैरियर टेक नामक प्रतिष्ठान का नंबर है, जो नामी कॉलेजों में दाखिला दिलाने का काम करता है। दारोगा की बात मो. सादिक से हुई। उसने बताया कि श्याम ने उससे मोटी रकम ले रखी थी।
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मोबाइल ही खोलेगा राज
श्याम किशोर के मोबाइल की कॉल डिटेल से अहम सुराग हाथ लगने की उम्मीद है। पुलिस मोबाइल में सेव और कॉल लॉग में दिख रहे सभी नंबरों पर संपर्क कर रही है। इसके अतिरिक्त घटनास्थल के आसपास लगे सीसी कैमरों के फुटेज में खंगाले जाएंगे।
बयान :
व्यवसायी के हत्या की आशंका है। छानबीन में पता चला है कि उसने कई लोगों से कर्ज लिया था। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
- मनु महाराज, एसएसपी