चोरों व पॉकेटमारों के साथ जेल में रह रहे हैं बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार
बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अघ्यक्ष सुधीर कुमार को फुलवारी जेल के जिस वार्ड में रखा गया है वहां पहले से ही चोरी व पॉकेटमारी के आरोप में कई कैदी बंद हैं।
पटना [जेएनएन]। बीएसएससी की इंटरस्तरीय परीक्षा के पेपर लीक कांड में गिरफ्तार आयोग के अध्यक्ष आइएएस सुधीर कुमार को शुक्रवार की रात सवा बारह बजे फुलवारीशरीफ जेल लाया गया। पहले से भरे आमद वार्ड में उन्हें पूरी रात रखा गया। सुधीर ने एक कंबल को बिछावन बनाया और दूसरे को ओढ़कर लेट गए। पूरी रात करवटें बदलने में बीती।
रात में उन्हें न तो कारा प्रशासन की ओर से खाने को कुछ दिया गया और न ही उन्होंने किसी चीज की मांग की। एक कैदी को उनकी देखभाल के लिए लगाया गया था। रात में उन्होंने केवल एक गिलास पानी पीया।
शनिवार की सुबह कारा प्रशासन ने उन्हें वार्ड नंबर-2 में शिफ्ट कर दिया, जहां उन्होंने नाश्ते में चाय-ब्रेड ली । उन्होंने कम कैदियों वाले वार्ड में रखने की मांग की थी, लेकिन जिस वार्ड में उन्हें रखा गया वहां पहले से 54 कैदी हैं। इनमें अधिकतर चोरी और पॉकेटमारी के आरोपी हैं। इन्हीं के बीच आइएएस सुधीर कुमार को भी एक बेड दिया गया है। नाश्ता करने के बाद वह वार्ड-2 में बेड पर लेटे रहे।
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दो लोग आए मिलने, दिए कपड़े
शनिवार को दिन में 11 बजे दो मुलाकाती सुधीर कुमार से मिलने पहुंचे। सुधीर ने उनसे मुलाकात नहीं की। दोनोंं कुछ सामान और कपड़े देकर चले गए। दोनों उनके नजदीकी रिश्तेदार बताए गए हैं। कपड़े आने के बाद ही नहाया।
दोपहर और रात में खाया खाना
दोपहर में खाने में चावल, दाल और आलू-गोभी की सब्जी खाई। पूरी दिन वह अपने बेड पर आंख बंद किए लेटे रहे। शाम में उन्होंने चाय भी पी। रात में कारा प्रशासन ने रोटी-चावल और अंडा करी भेजी, लेकिन करी खाने से उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने दाल और कद्दू की सब्जी खाई।
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दिन में एक बार निकले वार्ड से
शनिवार को दिन में केवल नहाने के लिए वह वार्ड दो से बाहर निकले। पूरे दिन वार्ड में ही पड़े रहे। शनिवार शाम तक किसी से उन्होंने बात नहीं की। एक-दो कैदियों ने जब कुछ पूछा तो हां-ना में जवाब दिया।
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