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अब गणेश और रूबी नहीं होंगे टॉप, बिहार बोर्ड ने की ये व्यवस्था

बिहार बोर्ड ने अब ऐसी व्यवस्था की है कि न तो प्रोडिकल साइंस वाली रूबी टॉप करेगी और न ही गणेश। हर साल जांच के बाद ही टॉपरों के नाम की घोषणा की जायेगी।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Fri, 23 Jun 2017 01:22 PM (IST)Updated: Fri, 23 Jun 2017 11:56 PM (IST)
अब गणेश और रूबी नहीं होंगे टॉप, बिहार बोर्ड ने की ये व्यवस्था
अब गणेश और रूबी नहीं होंगे टॉप, बिहार बोर्ड ने की ये व्यवस्था

पटना [जेएनएन]। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अब ऐसी व्‍यवस्‍था की है कि अगले साल से न तो प्रोडिकल साइंस वाली रूबी टॉप करेगी और न हीं गणेश टॉप करेगा। मैट्रिक के साथ-साथ इंटर के टॉपर्स का भी अगले साल से रिजल्ट घोषित होने के पूर्व बोर्ड कार्यालय में इंटरव्यू होगा। उनकी योग्यता को परखा जाएगा। उसके बाद ही टॉपर्स लिस्ट जारी होगी।

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इसे रिजल्ट का एक हिस्सा मान लिया है। फिजिकल वेरिफिकेशन में शामिल नहीं होने वाले परीक्षार्थियों को टॉप-10 में बोर्ड शामिल नहीं करेगा। ये बातें मैट्रिक रिजल्ट जारी करने के बाद बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने जागरण संवाददाता से बातचीत के दौरान कहीं। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश  

क्या गणेश प्रकरण से सीख लेकर बोर्ड ने फिजिकल वेरिफिकेशन का फैसला लिया है-

बोर्ड की नियमावली में फिजिकल वेरिफिकेशन का प्रावधान पूर्व से है। बोर्ड अब इसे जारी रखेगा। इसे रिजल्ट के एक हिस्से के रूप में देखना चाहिए। गणेश प्रकरण के बाद बोर्ड सचेत जरूर हुआ है। 

वेरिफिकेशन के कारण परीक्षार्थियों को काफी परेशानी हुई है-

परीक्षार्थियों और अभिभावकों को इसे रिजल्ट के हिस्से के रूप में देखना चाहिए। यह कदम प्रतिभा को न्याय देने के लिए उठाया गया है। उनकी परेशानी कम करने के लिए बोर्ड हर जरूरी कदम उठाएगा। वेरिफिकेशन में शामिल सभी परीक्षार्थियों को यात्रा भत्ता दिया गया है। राज्य से बाहर पढ़ाई कर रहे परीक्षार्थियों को ट्रेन और हवाई जहाज के टिकट की राशि दी जा रही है। वेरिफिकेशन का पूरा खर्च बोर्ड वहन करेगा। 

किन-किन बिंदुओं पर जांच की जाती है-

यह गोपनीयता के दायरे में है। इस कारण इससे संबंधित जानकारी साझा नहीं कर सकते है। परीक्षार्थियों के स्कूलों का भी भौतिक सत्यापन जिला प्रशासन और जिला शिक्षा पदाधिकारी के स्तर से कराया गया। 

वेरिफिकेशन में शामिल कई परीक्षार्थी टॉप-10 में नहीं हैं-

इस संबंध में कोई जानकारी साझा नहीं कर सकते। बोर्ड के नियमों के अनुसार ही सारी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। 

क्या इंटर रिजल्ट में गड़बड़ी के कारण सतर्कता बरती गई-

इंटर के रिजल्ट में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी नहीं हुई है। आट्र्स टॉपर गणेश कुमार ने गलत जन्म तिथि और कई अन्य जानकारी देकर परीक्षा में शामिल हुए थे। इस कारण बोर्ड ने कार्रवाई की। 

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रिजल्ट को त्रुटि रहित करने के लिए आगामी कदम क्या हैं-

बोर्ड वह हर संभावित कदम उठाएगा जो रिजल्ट में त्रुटि की संभावना को कम करेगा। अब बोर्ड के सभी कार्य ऑनलाइन ही संचालित किए जाएंगे। परीक्षा के दौरान इस साल उठाए गए सभी कदम आगे भी जारी रहेंगे। परीक्षार्थियों की परेशानी कम करने के लिए कई योजनाओं पर बोर्ड काम कर रहा है। 

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