बदली नजर आएगी भाजपा की प्रचार टीम
पार्टी के मीडिया की कमान संभाल रहे भाजपा के अधिकांश प्रवक्ता इस बार चुनाव प्रचार अभियान से बाहर रहेंगे। सीन तो कुछ ऐसा ही बन रहा है।
पटना [सुविज्ञ दुबे]। पार्टी के मीडिया की कमान संभाल रहे भाजपा के अधिकांश प्रवक्ता इस बार चुनाव प्रचार अभियान से बाहर रहेंगे। सीन तो कुछ ऐसा ही बन रहा है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता समेत पांच प्रवक्ताओं के खुद के चुनाव प्रचार में व्यस्त रहने की वजह से उनके लिए यह जिम्मेदारी संभालना कठिन होगा। वहीं पार्टी प्रोफेशनल मीडिया विशेषज्ञों की सेवाएं ले रही है। ऐसी तीन टीमों ने भाजपा के प्रचार अभियान की कमान संभाल भी ली है।
भाजपा की मीडिया टीम में से पांच प्रवक्ता विधायक हैं। फिलहाल उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता अपनी सीट बचाने की है। उनमें से अधिकांश पार्टी मुख्यालय छोड़ क्षेत्रों को कूच कर गए हैं। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता बीएन झा, प्रवक्ता उषा विद्यार्थी, प्रेम रंजन पटेल, विजय सिन्हा, संजय टाइगर इसी श्रेणी में हैं।
इनके अलावा देवेश कुमार, योगेंद्र पासवान और अजफर शम्सी के चुनाव मैदान में उतरने की उम्मीद है। बताया गया कि यदि इन्हें टिकट मिला तो ये भी अपने प्रचार में व्यस्त हो जाएंगे। इसके अलावा चार मीडिया प्रभारियों में से एक ने अपने को जिम्मेदारी से अलग कर लिया है। ऐसे में आधिकारिक प्रवक्ताओं के बूते प्रचार अभियान चलाने में पूरी तरह संशय है। अब इस काम के लिए पार्टी प्रोफेशनल्स की मदद ले रही है।
भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव हरियाणा से लगभग आधा दर्जन लोगों की अपनी टीम लेकर आए हैं। यह पार्टी के प्रदेश कार्यालय से काम कर रही है। इस टीम को चुनाव प्रचार अभियान चलाने में खासा अनुभव है। लोकसभा चुनाव में सफलतापूर्वक मीडिया कैंपेन संभाल चुके सांसद आरके सिन्हा के पुत्र रितुराज की टीम भी काम में लग चुकी है। इनके साथ प्रोफेशनल फोटोग्राफर, कार्टूनिस्ट, कंटेंट डिजाइनर्स की फौज है। इन लोगों ने भी फ्रेजर रोड स्थित अपने पुराने ठिकाने पर मोर्चा संभाल लिया है।
इसके अलावा पार्टी की तरफ से एक विधायक आवास को प्रचार कार्यालय के तौर पर तब्दील कर दिया गया है। यहां दिल्ली से आई टीम के लिए व्यवस्था की गई है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो सब कुछ तय है। पार्टी का कौन नेता किस विरोधी को जवाब देगा, यह भी रणनीति का हिस्सा है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी सरकार के कामकाज पर निशाना साधेंगे तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय के निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव जदयू के विजय चौधरी पर हमला करेंगे।
रोज का मुद्दा तय करने के लिए भी भाजपा ने मीडियाकर्मियों की सेवाएं ली हैं। सुशील कुमार मोदी, नंद किशोर यादव व मंगल पांडेय की मदद के लिए अनुभवी मीडियाकर्मियों का सहयोग लिया गया है।