बिहार के 30 लाख घरों पर नीतीश के नाम पर दस्तक
जदयू का प्रदेश कार्यालय गुरुवार को कुछ अलग ही रंग में था। चारों ओर नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ 'आगे बढ़ता रहे बिहार' शीर्षक बड़े पोस्टर लगे थे। फर्श पर हरी कारपेट, जो बाहर सड़क तक जा पहुंची थी।
पटना। जदयू का प्रदेश कार्यालय गुरुवार को कुछ अलग ही रंग में था। चारों ओर नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ 'आगे बढ़ता रहे बिहार' शीर्षक बड़े पोस्टर लगे थे। फर्श पर हरी कारपेट, जो बाहर सड़क तक जा पहुंची थी।
अंदर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह 'फिर एक बार नीतीश कुमार' के स्लोगन लिखे बैकड्राप में मौजूद हैं। सामने बैठे पुरुष एवं महिला कार्यकर्ता उनकी ओर उत्सुकता भरी नजर टिकाए हैं।
दाएं ओर लगे बड़े से स्क्रीन पर प्रोजेक्टर का फोकस एडजस्ट हो रहा है। जैसे ही घड़ी की सूई 10:20 पर पहुंची, वशिष्ठ ने बिहार के अब तक के सबसे बड़े और अनोखे चुनावी कार्यक्रम 'हर घर दस्तक' का शुभारंभ कर दिया। इसके साथ ही अगले तीन घंटों में नीतीश कुमार के नाम पर 30 लाख घरों पर दस्तक दी गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित सभी मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता भी विभिन्न स्थानों पर इस कार्यक्रम में गुरुवार को शामिल हुए और घरों में जाकर लोगों से सीधा संवाद किया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि हम घरों में जाकर उनकी बात सुनेंगे और फिर अपनी बात कहेंगे।
अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने से अधिक शक्ति मिलती है। गांधी जी के सिद्धांत पर चलने का इससे बड़ा और क्या उदाहरण होगा कि हम घर-घर तक पहुंच रहे हैं। हम जो स्लोगन लेकर लोगों तक जाएंगे उसे सुन लोग खुद अंदाजा लगाएंगे कि पहले की तुलना में देश के मानचित्र पर बिहार आज कहां है।
चार करोड़ मतदाताओं तक पहुंचना लक्ष्य
'हर घर दस्तक' कार्यक्रम के शुभारंभ के तुरंत बाद वशिष्ठ नारायण सिंह ने प्रचार अभियान के टाइटिल सांग-'बिहार में बहार हो, नीतीश कुमार हो', का सीडी जारी किया। यह टाइटिल सांग साढ़े चार मिनट का है। तत्पश्चात चुनावी अभियान को डिजाइन करने वाली प्रशांत किशोर की टीम के सदस्य ऋषिराज ने 'आइ-पैक' प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि कैसे मात्र 15 दिनों में यह कार्यक्रम तैयार किया गया है, और इसे कैसे चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 50 लोगों की टीम ने दिन-रात लोगों को फोन कर उनसे फीडबैक लिया और उसके आधार पर यह प्रोग्राम तैयार किया गया है। प्रचार सामग्री की पैकिंग के लिए 150 टीम लगी। जिलों में 1.30 लाख बैनर भेजे गए हैं। एक करोड़ स्टिकर तैयार किए गए हैं, जिसे लोगों की सहमति से उनके घरों पर चिपकाया जाएगा। स्टिकर के साथ घर के लोगों की तस्वीर भी ली जाएगी। एक लाख कार स्टिकर बने हैं। मोटरसाइकिल के लिए अलग स्टिकर हैं। एसएमएस के जरिए टाइटिल सांग को ङ्क्षरग टोन एवं कालर ट्यून के रूप में डाउनलोड करने का लोगों से अनुरोध किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत एक घंटे में 10 लाख घरों और तीन घंटे में 30 लाख घरों पर दस्तक दी जाएगी। लक्ष्य कम से कम एक करोड़ घरों तक पहुंचना है, जिसका मतलब करीब चार करोड़ मतदाताओं के बीच पहुंचना है।