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लोजपा में विद्रोह : आधे सांसदों ने नेतृत्‍व के खिलाफ खोला मोर्चा

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आरंभिक दौर में ही राजग के प्रमुख घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का आंतरिक कलह सतह पर आ गया। पार्टी के आधे सांसदों ने नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2015 07:56 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2015 06:33 PM (IST)
लोजपा में विद्रोह : आधे सांसदों ने नेतृत्‍व के खिलाफ खोला मोर्चा

लोजपा में विद्रोह : आधे सांसदों ने नेतृत्व के खिलाफ खोला मोर्चा

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पटना [राजीव रंजन]। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आरंभिक दौर में ही राजग के प्रमुख घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का आंतरिक कलह सतह पर आ गया। पार्टी के आधे सांसदों ने नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

सांसदों की शिकायत है कि विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी नेतृत्व द्वारा उन्हें नजरअंदाज करने के साथ अपमानित भी किया जा रहा है। सभी फैसले पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान के बंगले में लिए जा रहे हैं। इन फैसलों की भनक न तो पार्टी के राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों को है और ना ही सांसदों को।

वैशाली से लोजपा सांसद रामाकिशोर सिंह उर्फ रामा सिंह मंगलवार को ही पार्टी के सभी महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। बहरहाल वे ही मुखर है, लेकिन उनके साथ दो अन्य सांसदों (महबूब अली कैसर और वीणा देवी) के भी विचार कुछ-कुछ ऐसे ही हैं।

बुधवार को रामा सिंह ने 'दैनिक जागरण' से बातचीत में कहा कि मैं अपने स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं कर सकता। पार्टी ने मुझे पिछले आठ महीने से नजरअंदाज कर रखा है। इसीलिए मैंने पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से खुद को मुक्त कर लिया है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मैं न तो नीतीश कुमार और ना ही लालू प्रसाद के साथ जाने वाला हूं। आने वाले दिनों में मुझे क्या निर्णय लेने हैं, इसका खुलासा मैं जल्द ही करूंगा।

बताया जाता है कि लोजपा सांसदों की नाराजगी की मुख्य वजह पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को लेकर है। सांसदों का आरोप है कि सभी तरह के फैसले सुप्रीमो के परिवार के स्तर पर ही लिए जा रहे हैं। उन्हें न तो राजग की किसी बैठक में आमंत्रित किया जाता है और ना ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ हो रही बातचीत में शामिल किया जाता है। यहां तक कि लोजपा विधानसभा चुनाव में कितने सीटों पर लड़ेगी और इन सीटों पर उम्मीदवार कौन-कौन लोग होंगे, इसकी भी उन्हें भनक नहीं दी जाती।

राजग में लोजपा को कुल 40 सीटें मिली हैं। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि नेतृत्व के इस व्यवहार से वरिष्ठ नेताओं के साथ निचले स्तर के कार्यकर्ताओं में भी रोष है। इस संबंध में जब पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

उल्लेखनीय है कि लोजपा के कुल छह सांसद हैं। इनमें रामविलास पासवान के अलावा उनके सांसद पुत्र व लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान, उनके छोटे भाई व समस्तीपुर से सांसद रामचंद्र पासवान के अलावा वैशाली से सांसद रामा सिंह, मुंगेर से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी और खगडिय़ा से सांसद चौधरी महबूब अली कैसर शामिल हैं।


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