बाढ़ की इस वायरल तस्वीर का सच जानने में जुटी बिहार सरकार
बाढ़ की विभीषिका और उसके बीच मानवीय संवेदनाओं को झकझोरती तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए इसके जांच के आदेश दिए हैं।
पटना [जेएनएन]। सोशल मीडिया के तमाम साइट्स पर वायरल हो रही मानवीय संवेदनाओं को झकझोरने वाली बाढ़ की तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए इसकी जांच की जाएगी। बिहार सरकार का आपदा प्रबंधन विभाग अररिया में ट्रैक्टर से शवों को बाढ़ के पानी में बहाने के मामले की जांच करेगा।
बुधवार को बाढ़ से प्रभावित इस जिले से एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें एक शव को ट्रैक्टर पर सवार कुछ लोग उफनती नदी में फेंक रहे थे। शव औऱ शव को फेंकने वाले लोगों की पहचान और इस घटना की पुष्टि नहीं हो सकी थी लेकिन जब तस्वीर वायरल हुई तो विभाग को इस पर सफाई देनी पड़ी।
विभागीय प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जिले के अधिकारियों से इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई है। अगर ये घटना और तस्वीर सच साबित हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सचिव ने बताया कि बाढ़ में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत की जानकारी है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति तक राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि राहत में एनडीआरएफ की 27 टीमें काम कर रही हैं। पीसी को पथ निर्माण विभाग, पशु एवं मत्स्य विभाग, ग्रामीण कार्य, स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने भी संबोधित किया। पशु एवम मतस्य संसाधन विभाग की सचिव एन. विजय लक्ष्मी ने बताया कि पशु चारा का वितरण सुपौल और नालंदा में किया गया है।