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शोक संवेदना के बाद सदन स्थगित, नहीं हो पाई विधायकों की शपथ

सोलहवीं विधानसभा की शुरुआत ही श्रद्धांजलि से हुई। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के टिकट पर हरलाखी विधानसभा क्षेत्र से जीते बसंत कुमार का सोमवार की सुबह पटना में निधन हो गया। वह पहली बार जीतकर आए थे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 08:15 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 06:03 PM (IST)
शोक संवेदना के बाद सदन स्थगित, नहीं हो पाई विधायकों की शपथ

पटना। सोलहवीं विधानसभा की शुरुआत ही श्रद्धांजलि से हुई। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के टिकट पर हरलाखी विधानसभा क्षेत्र से जीते बसंत कुमार का सोमवार की सुबह पटना में निधन हो गया। वह पहली बार जीतकर आए थे।

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सदन में पहुंचने से पहले सुबह साढ़े सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर सदानंद सिंह ने सदन में उनके असामयिक निधन की जानकारी दी। इस वजह से पूर्व से निर्धारित विधायकों की शपथ का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। विधायकों की शपथ का कार्यक्रम अब मंगलवार को होगा। एक मिनट का मौन रख सदन ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके पूर्व सोलहवीं विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में सदानंद सिंह का अध्यक्षीय संबोधन हुआ। उन्होंने कहा कि हम चाहें पक्ष में हों या विपक्ष में, संसदीय जीवन में हमें उच्चतम परंपरा को बनाए रखना होगा। इसके लिए यह भी आवश्यक है कि सदस्यों का व्यवहार उत्कृष्ट हो जिससे कि विधानसभा तथा इसके सदस्यों की गरिमा बढ़े। वाक स्वतंत्रता के बिना ज्ञानपूर्ण वाद विवाद नहीं हो सकता, किन्तु व्यवस्था एवं मर्यादा के बिना वाद-विवाद हो ही नहीं सकता है।

दिवंगत विधायक बसंत कुमार का पार्थिव शरीर विधानसभा परिसर लाया गया। विधानसभा के प्रोटेम अध्यक्ष सदानंद सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार, भाजपा नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राज्य मंत्रिमंडल के कई सदस्य और नवनिर्वाचित विधायकों सहित विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने भी स्व. बसंत कुमार के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री के साथ कौन-कौन

सत्ता पक्ष में आगे की पंक्ति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री तेज प्रताप यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, अशोक चौधरी एवं श्रवण कुमार कुल आठ के बैठने की व्यवस्था है। इसके ठीक पीछे की लाइन में दस मंत्रियों की सीटें हैं।

इसके बाद की पंक्तियों में मंत्रियों एवं सत्ता पक्ष के विधायकों की सीटें हैं। इसी तरह मंत्रियों के बाद आगे की पंक्ति में विजय कुमार चौधरी, हरिनारायण सिंह, इलियास हुसैन, मुद्रिका सिंह यादव और श्रीनारायण यादव की सीट है।

दूसरी बार प्रोटेम स्पीकर बने सदानंद

कहलगांव के कांग्र्रेस विधायक सदानंद सिंह 2010 में भी प्रोटेम स्पीकर बनाए गए थे। वह नौवीं बार जीतकर आए हैं। पिछली बार सर्वसम्मति से उदय नारायण चौधरी विधानसभा अध्यक्ष बने थे। इस बार विजय कुमार चौधरी का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।

सदन में कब क्या होगा

- एक दिसंबर को नए सदस्यों का शपथ ग्र्रहण

- 2 दिसंबर को शेष सदस्यों के शपथ के बाद अध्यक्ष का चुनाव

- 3 दिसंबर को संयुक्त अधिवेशन में राज्यपाल का अभिभाषण

- 7 दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद

- 8 दिसंबर को वाद-विवाद पर राज्य सरकार का उत्तर

शिक्षा

उच्च शिक्षा : 57 फीसद

पांचवीं से इंटर तक : 38 फीसद

पांचवीं से कम : 5 फीसद

अपराध

दागी विधायक : 142

गंभीर मामलों के आरोपी : 98

आरोप तय : 70

हत्या या हत्या के प्रयास का आरोपी : 11

(रिपोर्ट : एडीआर)

संपत्ति

करोड़पति : 162 विधायक

5 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति : 36

(नोट : पिछली बार सिर्फ 45 विधायक ही करोड़पति थे।)

महिला विधायक : 27

मुस्लिम विधायक : 24


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