एआइपीएमटी भी दो चरणों में कराने की तैयारी
पटना। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन (सीबीएसई) ने एआइपीएमटी-2016 की परीक्षा दो चरणो
पटना। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन (सीबीएसई) ने एआइपीएमटी-2016 की परीक्षा दो चरणों में कराने का प्रस्ताव तैयार किया है। दिल्ली में हुई बोर्ड की बैठक में इस पर सहमति बनी है। इसमें सीबीएसई अधिकारियों के साथ परीक्षा में शामिल होने वाले राज्यों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
सीबीएसई के परीक्षा के पैटर्न में बदलाव करने से गड़बड़ी रोकने में मदद मिलेगी। परीक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। पिछली परीक्षा में तरह-तरह की सख्ती के बाद भी 42 उम्मीदवार गड़बड़ी करते पाए गए थे। उन्हें एआईपीएमटी के लिए अयोग्य करार दिया गया है।
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस व बीडीएस में दाखिले के लिए ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट (एआइपीएमटी) आगामी सत्र के लिए दो चरणों में कराने की तैयारी की है। पहले प्रारंभिक परीक्षा व इसके बाद मुख्य परीक्षा होगी।
एआइपीएमटी की परीक्षा में बदलाव से ज्यादातर राज्य भी सहमत हैं। हालाकि, कुछ राज्यों के अधिकारियों को आपत्ति है कि इससे परीक्षा में देरी होगी और उम्मीदवारों को फीस ज्यादा देना होगी। इस पर सीबीएसई ने साफ किया कि फीस सिर्फ एक बार ली जाएगी। परीक्षा केंद्रों में जैमर लगाने पर भी सहमति बनी है।
अधिकतम उम्र सीमा खत्म हो-
बैठक में एआइपीएमटी में ऊपरी आयु सीमा का कोई बंधन न होने पर भी चर्चा हुई। अभी अधिकतम उम्र 25 साल है। इससे कुछ उम्मीदवार परीक्षा में नहीं बैठ पाते। इसके सीबीएसई मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) से मत लेगी। एमसीआइ तैयार हुई तो 25 साल की सीमा खत्म हो जाएगी।