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अजब काटजू के गजब बोल, बिहारियों से मांगी माफी, बिहार सरकार से नहीं

मार्कंडेय काटजू दो दिनों से लगातार फेसबुक और ट्विटर के जरिए बिहार के लिए विवादित बयान दे रहे थे। इसके बाद उन्होंने आज माफी मांग ली, लेकिन सिर्फ बिहारियों से बिहार सरकार से नहीं।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 29 Sep 2016 08:38 AM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2016 10:45 PM (IST)
अजब काटजू के गजब बोल, बिहारियों से  मांगी माफी, बिहार सरकार से नहीं

पटना [राज्य ब्यूरो]। कश्मीर के साथ बिहार को पाकिस्तान को सौंप देने का मजाकिया ऑफर देने वाले सुप्रीम कोर्ट के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने बुधवार की शाम बिहार के लोगों से माफी मांगी। लेकिन माफी मांगने में भी टर्म्स एंड कंडीशंस अप्लाई करते हुए कहा है कि मैंने सिर्फ बिहारियों से माफी मांगी है, बिहार की सरकार से नहीं।

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दरअसल काटजू मोहम्मद शहाबुद्दीन के मामले पर बिहार सरकार से नाराज हैं। पहले तो उन्होंने बिहारियों के साथ ही बिहार सरकार का अपमान किया था, जिसकी वजह से उनके खिलाफ कोर्ट में केस भी दर्ज कराया गया था। उसके बाद माफी मांगते हुए उन्होंने कहा कि मैं बिहारियों का काफी सम्मान करता हूं। साथ ही उन्होंने 'बिहार जिंदाबाद' का नारा भी लगाया।

काटजू ने बुधवार को अपने ट्वीटर संदेश में कहा कि 'बिहार के संदर्भ में मैंने महज मजाक किया था। लेकिन मेरे इस मजाक से यदि किसी की भावना को दुख पहुंचा है तो इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं। मैंने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में भी ये बातें कहीं हैं। मुझसे गलती हुई है। बिहार की धरती ने गौतम बुद्ध, चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसी अनेक विभूतियों को जन्म दिया है।' अपनी क्षमा याचना के साथ अंत में काटजू ने 'बिहार जिंदाबाद' लिखा।

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देशद्रोह और मानहानि का केस

इसके पहले बुधवार को काटजू के खिलाफ राज्य में देशद्रोह और मानहानि के केस दायर किए गए हैं। बुधवार को पटना के सीजेएम की अदालत में उनके खिलाफ परिवाद पत्र दायर किया गया। इस पर सुनवाई गुरुवार को होगी। अरविंद कुमार पंकज ने यह केस दायर किया। कोर्ट से आइपीसी की धारा 500, 501, 505 और 124ए के तहत मुकदमा करने की अनुमति मांगी गई है।

परिवादी का आरोप है कि काटजू का यह बयान बिहार तथा बिहार वासियों की मानहानि है। औरंगाबाद के न्यायालय में भी एक परिवाद दायर किया गया है। इसे युवा परिषद के संस्थापक प्रभात बांधुल्या ने दर्ज कराया है। परिवाद में कहा गया कि काटजू सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं। आएदिन मीडिया और सोशल साइट पर आपत्तिजनक बयान देते हैं। उनके हालिया बयान से बिहार की गरिमा को ठेस पहुंची है।

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नीतीश ने कहा, जवाब दे दिया गया है

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को फिर काटजू के बयान की निंदा की। बिहार के बारे में काटजू के बयानों से बुरी तरह आहत मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में प्रगति हुई है। व्यवस्था सुधरी है। अब यह राज्य मजाक उड़ाने लायक नहीं रह गया है। काटजू का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल जिन्होंने मजाक उड़ाया था उन्हें जवाब दे दिया गया है।

दो दिन बहकते रहे काटजू

काटजू ने सबसे पहले अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि 'पाकिस्तान को हम एक शर्त पर कश्मीर दे सकते हैं, उसे कश्मीर के साथ-साथ बिहार भी लेना पड़ेगा।' काटजू के इस पोस्ट पर बिहार के राजनीतिक दलों के साथ-साथ बहुत से लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

नीतीश कुमार ने कहा कि 'कुछ लोग घर बैठे बिहार का माई-बाप बन रहे।' बुधवार को काटजू ने जवाब दिया 'मैं बिहारियों का माई-बाप नहीं हूं लेकिन शकुनी मामा जरूर हूं।'उनके खिलाफ बिहार में केस दर्ज कराए जा रहे थे। बिफरे काटजू ने ट्विट किया 'मैं बिहारियों को एक सलाह देना चाहता हूं। बिहारियों को मेरे खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में शिकायत करनी चाहिए।' बुधवार देर शाम उन्होंने माफी मांग ली।


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