आदित्य हत्याकांड : 12वीं में मिले 70% अंक, थम नहीं रहे माता-पिता के आंसू
नाजरथ एकेडकी के छात्र अपने परीक्षा परिणाम को जानने के लिए स्कूल में जुट रहे थे। सभी ने चुपके से आदित्य का भी रिजल्ट देखा। वह 70 प्रतिशत अंक से पास हो गया। लेकिन अब वह अपने परीक्षा परिणाम को जानने के लिए इस दुनिया में नहीं है।
गया। समय 12 बजे। सीबीएसई 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी हो गया था। नाजरथ एकेडकी के छात्र अपने परीक्षा परिणाम को जानने के लिए स्कूल में जुट रहे थे। सभी अपने परिणाम देखकर खुश हो रहे थे। लेकिन जब उन्हें याद आदित्य की आई तो, सभी सन्नाटे में चले गए।
सभी ने चुपके से आदित्य का भी रिजल्ट देखा। वह 70 प्रतिशत अंक से पास हो गया। लेकिन अब वह अपने परीक्षा परिणाम को जानने के लिए इस दुनिया में नहीं है।
स्कूल में जुटे छात्रों से जागरण ने बातचीत करनी चाही। दोस्ते बोले... आज अगर आदित्य जिंदा होता तो खूब मस्ती होती। क्योंकि आदित्य स्वभाव से बहुत ही जिंदा दिल था। पार्टी करना, अपने हाथों से बनाकर दोस्तों को खिलाने का शौक था उसे। हम सभी दोस्त। एक ही क्लास रूम में एक ही बेंच पर और आगे पीछे बैठा करते थे।
आदित्य का एक ही सपना था होटल मैनेजमेंट करना। ताकि अपने सारे दोस्तों को अपने होटल में बेहतरीन लजीज व्यंजन व डिस खिला सके। आदित्य को कभी उदास नहीं देखा। न खुद उदास रहता था और न हम दोस्तों को होने देता था।
और पिता की आंखे डबडबा गई
शनिवार को सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट के बाद आदित्य के पिता श्यामसुंदर सचदेवा को जानकारी मिली कि उसका बेटा आदित्य ने 70 प्रतिशत अंक हासिल किया है। जब उनसे आदित्य के रिजल्ट के बारे में कुछ पूछा गया। उनकी आंखे शून्य में देखते ही जा रही थी। आंसुओं से डबडबा गई।
आदित्य की हत्या से पूरी तरह टूट चुके पिता श्री सचदेवा कहते हैं- अब इस रिजल्ट का हम क्या करेंगे। जिंदा होता तो उसका एक ही सपना था।वह होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर एक अच्छा नौकरी करना। होटल मैनेजमेंट करने के लिए वह दिन रात कठिन परिश्रम भी किया करता था। एक बार परीक्षा भी दे चुका था। परंतु, उसके सपने तो पूरे नहीं हुए। आज हम सभी परिवार उसे सपनों में ही देखते हैं।
आदित्य के दोस्त करण किशोर ने कहा-
करण किशोर ने कहा कि आदित्य अगर होता तो परीक्षाफल की खुशी दोगुनी हो जाती। बहुत ही अच्छा दोस्त था। इस रिजल्ट के बाद हम सभी दोस्त अलग-अलग क्षेत्रों में पढ़ाई के लिए गया से बाहर जाने वाले थे। आदित्य का भी सपना था कि वह बाहर जाकर होटल मैनेजमेंट करें। पर, आज वो हमसभी के बीच नहीं है। उसके सपना सपना ही बनकर रह गया।
कहा सौरव जैन ने-
सौरव जैन ने कहा कि आदित्य को खो देने का गम भी है। जिसे हम जीवन भर भूल नहीं पाएंगे। इस परीक्षा के बाद हमलोग अलग-अलग क्षेत्र में पढ़ाई के लिए बिछडऩा था। परंतु इसके पहले ही हमारा दोस्त हमसे बिछड़कर काफी 'दूर' चला गया।
अभि शर्मा ने कहा-
अभि शर्मा ने कहा कि आज अगर आदित्य जिंदा होता तो बहुत ज्यादा खुश होता। क्योंकि हम सभी दोस्तों ने इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। लेकिन, उसके नहीं रहने से कोई पार्टी, कोई हंगामा व कोई मस्ती हम नहीं करेंगे। क्योंकि दोस्तों के साथ पार्टी और मस्ती शौक सबसे ज्यादा आदित्य को था। अब हम सारे दोस्त कैरियर तलाश में गया से बाहर जा रहे है। ऐसे में आदित्य का न होना। हम सबों को व्यथित कर रहा है।
कहा अभिनव कुमार ने
अभिनव कुमार ने कहा कि आज उसका दोस्त आदित्य होता तो बात ही कुछ और होती। रिजल्ट आते ही वह खुशी में झूमते। सभी दोस्तों से मिलकर बधाई देता। पार्टी मनाने के लिए कहीं निकल पड़ते। कोई भी दोस्त आज गम में नहीं डूबे होते।