एेसा देखा कहीं? स्कूल के एक ही कमरे में लगती हैं दो कक्षाएं...ये हाल है बिहार का
पटना के पुनाईचक इलाके के एक मध्य विद्यालय में एक ही कमरे में दो कक्षाएं चलती हैं। शिक्षक दो, कक्षा दो, ब्लैक-बोर्ड एक। आधे में एक विषय और आधे में दूसरे विषय की पढाई होती है।
पटना [वेब डेस्क]। कभी आपने सुना या देखा है? कमरा एक ही और कक्षाएं दो....जी हांऍ ये है पटना के पुनाईचक इलाके के सरकारी स्कूल का हाल। इस स्कूल के एक कमरे में दो कक्षाएं एक साथ चलती हैं। एक ब्लैक बोर्ड पर दो विषयों की पढाई होती है।
पटना का यह स्कूल अपने आप में अजूबा है। कमरा एक लेकिन क्लास दो, बोर्ड एक लेकिन विषय दो। क्लास रूम एक लेकिन टीचर दो। राजधानी पटना की जहां पुनाईचक के सरकारी विद्यालय में एक क्लास रूम में दो-दो क्लास एक साथ चलते हैं और एक ही ब्लैक बोर्ड पर एक साथ दो शिक्षक दो वर्ग के बच्चों को शिक्षा देते हैं।
पुनाईचक के रामधन सिंह सर्वोदय मध्य विद्यालय में 400 छात्र-छात्राएं पढने आते हैं। क्लास 1 से लेकर 8 तक यहां पढाई होती है लेकिन क्लास रूम के नाम पर मात्र इस विद्यालय को 4 कमरे ही नसीब हैं। एक कक्षा में में दो-दो क्लास के बच्चों की पढाई होती है साथ ही एक ही ब्लैकबोर्ड पर दो-दो शिक्षकों को पढाना पड़ता है।
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हैरत की बात तो ये है कि टीचर पढाते जरूर हैं लेकिन बच्चे समझ नहीं पाते, इतिहास वाले संस्कृत पढने लगते और संस्कृत वाले इतिहास पढने लगते हैं क्योेंकि एक ही ब्लैक बोर्ड पर आधे-आधे हिससे में दो विषय पढाए जाते हैं। परेशानी सिर्फ छात्रों को ही नहीं होती बल्कि शिक्षकों को भी रोज परेशानियों से दो चार होना पड़ता है।
कहने के लिए तो विद्यालय को बड़ा भवन मिला है लेकिन आधे से ज्यादा कमरे पर हाईस्कूल का कब्जा है नतीजा इस विद्यालय को 4 कमरे ही नसीब हैं। एक क्लास रूम में परेशानी नहीं बल्कि सभी के सभी रूम में दो टीचर एक ब्लैकबोर्ड और भेड़-बकरी की तरह क्लासरूम में बच्चे बैठे होते हैं। इस स्कूल के हेडमास्टर भी चाहते हैं कि विद्यालय के बाकि कमरों का ताला खोल दिया जाए ताकि सही से पढाई हो सके।