नालंदा बस दुर्घटना: 5 मृतकों की हुई पहचान, फोरेंसिक टीम पहुंची हरनौत
बिहार के नालंदा जिले के हरनौत में हुए हादसे में आठ लोगों के मरने की पुष्टि हो गई है, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। पांच मृतकों की पहचान कर ली गई है। सभी मृतकों का डीएनए टेस्ट होगा।
पटना [जेएनएन]। बिहार के नालंदा में गुरुवार की देर शाम अचानक एक बस में भीषण आग लग गई, जिसमें 20 से अधिक यात्री जल गए। प्रशासन ने इनमें से आठ के मरने की पुष्टि कर दी है। मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। पांच मृतकों की पहचान कर ली गई है। इसके साथ ही फोरेंसिक टीम हरनौत पहुंच गई है। सभी मृतकों के शव की डीएनए जांच होगी।
मृतकों के नाम हैं-जयराम यादव,भोला पासवान,मालती देवी,मोनी कुमारी,पिंटू कुमार, वहीं अभी तक घटना के तीन मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है।
मरने वालों में सात वयस्क और एक बच्चा शामिल है। घटना हरनौत में शाम पौने छह बजे हुई। जिस समय यह घटना हुई उस समय बस हरनौत बाजार से गुजर रही थी। आग इतनी भयावह थी कि अंदर बैठे यात्री निकल नहीं पाये और जिंदा जल गये। शव इस कदर जल गए हैं कि यह पता करना मुश्किल है कि ये महिलाओं के हैं या पुरुषों के।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। जली हुई लाशें आपस में सट गई हैं। लोगों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। कुछ लोग 15 तो कुछ 20 भी बता रहे थे।
वहीं प्रशासन ने सहायता और सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, आपदा प्रबंधन विभाग का नंबर है-9939978075, हरनौत बीडीओ9431818033, हरनौत सीओ- 8544412693है।
इस नंबर पर दुर्घटना से संबंधित कोई भी जानकारी ली जा सकती है और सूचनाएं दी जा सकती हैं। वहीं दुर्घटना के बारे में घटनास्थल पर उपस्थित प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मृतकों की संख्या ज्यादा है। घायलों का इलाज जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अगर इमर्जेंसी दरवाजा वक्त पर खुल जाता तो कुछ लोगों को बचाया जा सकता था।
लोगों ने बताया कि बस आ रही थी और देखते ही देखते उसमें भीषण आग लग गई, जबतक हमलोग कुछ समझ पाते तबतक आग ने बस को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया था, जिन लोगों ने देखा दौड़कर पहुंचे और बस से किसी तरह यात्रियों को बाहर निकालने की कोशिश की। घटना के बाद रात से लेकर अभी तक अस्पताल के बाहर कोहराम मचा हुआ है।
इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। सीएम ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
इस घटना को लेकर लोगों ने हरनौत में जमकर बवाल किया। बस में आग लगने के आधा घंटे के बाद पुलिस पहुंची। इससे आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया और कई पुलिसकर्मियों को पीटा। प्रशासनिक अधिकारी लोगों को समझाने में लगे थे।
घटनास्थल पर नालंदा के जिलाधिकारी और एसपी पहुंच गये थे। जेसीबी की मदद से जली हुई बस को रास्ते से हटाने की कोशिश की जा रही थी ताकि यातायात सामान्य हो सके। लोग इतने आक्रोशित थे कि लाशें निकालने का काम बाधित हो रहा था। हरनौत थाने से छोटा दमकल भेजकर आग पर काबू पाया गया। इससे पहले लोग बाल्टी से पानी फेंक कर आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे।
यह भी पढ़ें: नालंदा बस हादसा: कदम-कदम पर हुई लापरवाही लील गई आठ जिंदगियां
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पटना से शेखपुरा जा रही बाबा रथ नामक बस पौने छह बजे शाम में हरनौत बाजार पहुंची। वहां बस का ठहराव नहीं था। बाजार में भीड़ अधिक होने के कारण बस धीरे-धीरे चल रही थी। जैसे ही बस थाना मोड़ के विश्वकर्मा मोड़ के पास पहुंची अचानक बस की इंजन से आग की लपटें निकलने लगीं।
यह भी पढ़ें: भागलपुर में काल बनकर आई आंधी, बिजली गिरने से चार बच्चों की मौत
जैसे ही बस के ड्राइवर की नजर उसपर पड़ी उसने बस रोक दी। इसके बाद वह खलासी के साथ बस से कूद कर भाग गया। हालांकि भागते हुए उसने बस में बैठे यात्रियों से भी जल्दी निकल जाने के लिए कहा। इधर देखते-देखते आग की लपटें भयावह तरीके से उठने लगीं और उसने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया।
यह भी पढ़ें: यौन शोषण मामला: निखिल प्रियदर्शी करेगा पीड़िता से शादी
पूरी बस आग के गोले में बदल गई। जो लोग बस के दरवाजे के पास थे वे लोग तो उतर गये लेकिन बीच में और पीछे बैठे लोग आग की चपेट में आ गये। बस से उतरकर भागने के क्रम में अठारह लोग झुलस गये हैं।