Guru Gobind Singh Jayanti 2021:तहीं प्रकाश हमारा भयो पटना शहर बिखे भव लयो... से गूंजी दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी की नगरी
श्री दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी के 354 वें प्रकाशोत्सव पर गायघाट में बुधवार 20 जनवरी को मुख्य समारोह होगा। आज गुरुद्वारा से चार किलोमीटर नगर कीर्तन निकला । स्थानीय व बाहरी संगतों के भजन-कीर्तन से अशोक राजपथ पर माहौल धार्मिक हुआ उमड़ी भीड़ ।
पटना सिटी, जागरण संवाददाता । खालसा पंथ के संस्थापक श्री गुरु गोविंद सिंह के 354 वें प्रकाशोत्सव के पूर्व संध्या पर गायघाट गुरुद्वारा बड़ी संगत से दिन में लगभग 2.30 बजे श्री गुरुग्रंथ साहिब का नगर कीर्तन श्रद्धा व उत्साह के साथ निकाला गया। नगर कीर्तन में दर्जन भर कीर्तनी जत्था व पालकी के आगे पंज-प्यारे हाथ में तलवार लिए चल रहे थे। पालकी की सेवा तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार भाई साहेब रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन, ग्रंथी दिलीप सिंह,ग्रंथी गुरदयाल सिंह व नवराज सिंह कर रहे थे। पालकी के साथ यमुनानगर के संत बाबा करमजीत सिंह, करनाल के संत योगा सिंह व प्रबंध समिति के पदाधिकारी व अन्य कर रहे थे।
नगर कीर्त्तन में निकली पालकी
मुख्य मार्ग पर कीर्तनी जत्था ने झुमाया
गोविंद सिंह आयो हैं..., तही प्रकाश हमारा भयो पटना शहर बिखे भव लयो..., वाहो-वाहो गोविंद सिंह, आपे गुरु चेला..., तुम हो सब राजन के राजा..., एक ओंकार सतनाम..., सच्चे लाल गोविंद लाल..., वाहे गुरु, वाहे गुरु..., राज करेगा खालसा, आकी रहे ना कोय..., सतनाम श्री वाहे गुरु..., जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल..., पंथ की जीत हो..., वाहे गुरु का खालसा, वाहे गुरु की फतह... जैसे नारों व भजनों से अशोक राजपथ गूंजायमान रहा। वहीं नगर कीर्तन में शामिल बैडबाजों पर देह शिवावर मोहे इहे, शुभ करमन ते कभु न टरूं... के धुन बज रहे थे।
पूरे मार्ग के दोनों ओर नगर कीर्तन देखने को उमड़ी भीड़
गायघाट से निकले नगर कीर्तन के आगे जीप पर उद्घोषक प्रो. लालमोहर उपाध्याय दशमेश गुरु की जीवनी से अवगत करा रहे थे। उसके पीछे आधा दर्जन बैंड पर धार्मिक धुन बज रहे थे। उसके पीछे फ्रेजर रोड गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा कीर्तनी जत्था, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गोविंद नगर चितकोहरा कीर्तनी जत्था, सचखंड कीर्तनी जत्था हजूर साहिब, गुरुद्वारा साध संगत नया टोला कीर्तनी जत्था, मुंबई की कीर्तनी जत्था, सासाराम व रांची के कीर्तनी जत्था, पटना साहिब कीर्तनी जत्था दशमेश गुरु के जीवनी पर आधारित कीर्तन प्रस्तुत कर रहे थे।
स्कूली बच्चों ने किया मार्च पास्ट
नगर कीर्तन में श्री गुरु गोविंद सिंह बालक-बालिका उच्च व मध्य विद्यालय के छात्र- छात्राओं ने मार्च पास्ट किया। मार्च पास्ट के आगे पंज-प्यारे चल रहे थे। वहीं आरकेस्ट्रा पर झारखंड के बिक्की छाबड़ा ने चढ़दी कला च रहे खालसा..., सारे देवों को बधाईयां..., मां गुजरी के घर चलिए..., देहि शिवावर...भजनों से नगर कीर्तन में संगतों को झूमने पर मजबूर किया। नगर कीर्तन के दौरान पंजाब से आए गतका पार्टी के सदस्यों ने जौहर दिखा संगतों को अचंभित किया।
नगर कीर्त्तन में स्कूली छात्रा पंच प्यारे ।
मार्ग में हुई फूलों की बारिश
अशोक राजपथ से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी गुजर रही थी। टैंकर से मार्ग में जल का छिड़काव किया जा रहा था। सिख संगतों तथा महिलाओं द्वारा मार्ग पर जल छिड़काव कर झाडू से अशोक राजपथ की सफाई की जा रही थी। नगर कीर्तन में पंज-प्यारों और पालकी के आगे संगत फूलों की वर्षा कर रहे थे। अशोक राजपथ पर स्थित घर की छतों से भी नगर कीर्तन पर फूल बरसाए जा रहे थे। गायघाट से निकले नगर कीर्तन देखने के लिए अशोक राजपथ के चार किलोमीटर तक मुख्य मार्ग के दोनों ओर स्थानीय लोग पलके बिछाए थे। अनुमंडल कार्यालय के सामान उमा पेट्रोल पंप पर रोटरी क्लब के सदस्यों द्वारा नगर कीर्तन का स्वागत किया गया।