साहा पर पंत को तरजीह देना सही कदम
बोले सुरेंद्र खन्ना-रिषभ की उम्र और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देख विराट ने लिया फैसला।
बोले सुरेंद्र खन्ना
-रिषभ की उम्र और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देख विराट ने लिया फैसला
-टेस्ट में खराब शुरुआत के बावजूद टीम इंडिया करेगी वापसी
अरुण सिंह, पटना
न्यूजीलैंड के खिलाफ शुक्रवार से शुरू हुए पहले टेस्ट मैच में नियमित विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को मौका न दिए जाने पर कप्तान विराट कोहली की भले ही आलोचना हो रही हो, लेकिन पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सुरेंद्र खन्ना ने इसे कप्तान का सकारात्मक कदम बताया है। पटना में आयोजित ऑल इंडिया एमपी वर्मा क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में पधारे खन्ना ने जागरण से खास बातचीत में बताया कि निसंदेह साहा भारतीय टीम का बेस्ट विकेटकीपर है, लेकिन सही उम्र, आक्रामक रवैया और भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए रिषभ पंत को मौका दिया गया है। पंत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में अच्छी बल्लेबाजी की थी और उम्मीद है कि न्यूजीलैंड में भी उनका बल्ला चलेगा और वह विकेट के पीछे विराट के भरोसे पर सौ प्रतिशत खरा उतरेंगे।
टी-20 में 5-0 से कीवियों का सफाया करने के बाद वनडे में टीम इंडिया का सूपड़ा साफ होने और अब टेस्ट के पहले दिन खराब बल्लेबाजी पर खन्ना का मानना है कि न्यूजीलैंड को इसका पूरा श्रेय देना चाहिए। उनके पास बड़े नाम नहीं हैं, लेकिन वातावरण अनुकूल हो तो कीवी क्रिकेटर बड़ा काम जरूर कर जाते हैं। केन विलियमसन ने टॉस जीत कर आधा काम कर दिया। सीमिंग कंडिशन में उनके तेज गेंदबाजों ने आधी भारतीय टीम को पवेलियन भी भेज दिया है, लेकिन अपने पास बुमराह, इशात जैसे गेंदबाज हैं। दो सौ रन स्कोर बोर्ड पर टंगने के बाद विराट की सेना वापसी करने का माद्दा रखती है।
खन्ना ने आइसीसी महिला टी-20 विश्व कप में भारत को प्रबल दावेदार बताते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद अब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड से पार पाने में वे कामयाब रहीं तो खिताब जीत सकती हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के अध्यक्ष सौरव गागुली की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सकारात्मक सोच का मैं कायल हूं। उन्होंने भारतीय टीम को डे-नाइट क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया। उनके आने से घरेलू क्रिकेट में काफी बदलाव आया है। वे राज्य संघों को आर्थिक मदद कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर दे रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) गवर्निंग काउंसिल के सदस्य खन्ना के अनुसार, इस बार दुनिया की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली लीग में कई बदलाव किए गए हैं। फ्रेंचाइजी और उनके खिलाड़ियों को पहले से ज्यादा सुविधा दी जाएगी। साथ ही लीग के बीच में होने वाले महिला टीमों के मुकाबले के लिए टीमों की संख्या तीन से बढ़ाकर चार कर दी गई है।
बंद कमरे के अंदर बीसीए सुलझाए विवाद नहीं तो बीसीसीआइ लेगा संज्ञान
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अध्यक्ष और सचिव के बीच आपसी खींचतान को खतरनाक बताते हुए सुरेंद्र खन्ना ने कहा कि उन्हें बंद कमरे के अंदर सारे विवाद को सुलझा लेना चाहिए। इसी में बिहार क्रिकेट और यहा के क्रिकेटरों की भलाई है । बीसीसीआइ की नजर उनपर है। हालात नहीं सुधरे तो बीसीसीआइ संज्ञान लेने में भी पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने बताया कि 18 साल बाद बिहार में क्रिकेट को शुरू करने का श्रेय आदित्य वर्मा को जाता है। सौरव गागुली, मुहम्मद अजहरुद्दीन उनके टूर्नामेंट की तारीफ कर रहे हैं। आदित्य के हाथों में बिहार क्रिकेट काफी सुरक्षित रहेगा ।