15 मई को जारी होगा मैट्रिक का रिजल्ट
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 2016 की मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा यादगार बन गइ
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 2016 की मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा यादगार बन गई। 20 वर्षो बाद इस वर्ष मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा में काफी सख्ती बरती गई। 1996 में हाईकोर्ट के आदेश पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा कदाचार मुक्त सख्त परीक्षा हुई थी, जिसे आज भी याद किया जाता है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो.लाल केश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि इस वर्ष की मैट्रिक परीक्षा ने पूरे देश में उदाहरण स्थापित किया है। इसी तरह की परीक्षा अगले वर्ष भी होगी। कदाचार मुक्त परीक्षा के बाद अब इंटर एवं मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन पर सभी की नजर टिकी है।
पांच से शुरू होगा मैट्रिक कॉपियों का मूल्यांकन
पांच अप्रैल से मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसके लिए बोर्ड की ओर से तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष कहना है कि मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए काफी जोर-शोर से तैयारी चल रही है। आगामी 15 मई को मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
752 परीक्षार्थी निष्कासित, 390 मुन्नाभाई गिरफ्तार
सात दिवसीय मैट्रिक परीक्षा शुक्रवार को समाप्त हो गई। मैट्रिक परीक्षा में सूबे में कुल 752 परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया। इसके अलावा पहली बार मैट्रिक परीक्षा में काफी संख्या में मुन्नाभाई को गिरफ्तार किया गया। मैट्रिक की परीक्षा में दूसरे के बदले परीक्षा देते हुए कुल 390 मुन्नाभाई पकड़े गए।
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तिथि : निष्कासित : मुन्नाभाई पकड़े गए
11 मार्च : 164 : 146
12 मार्च : 199 : 91
14 मार्च : 155 : 38
15 मार्च : 116 : 51
16 मार्च : 51 : 41
17 मार्च : 65 : 23
18 मार्च : 2 : 0
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कुल निष्कासित 752 : मुन्नाभाई : 390
25 तक जमा होंगे प्रायोगिक परीक्षा के अंक
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी स्कूलों के प्राचार्यो को निर्देश दिया है कि आगामी 25 मार्च तक प्रायोगिक परीक्षा का अंक जिला शिक्षा कार्यालय में जमा कर दें। जिला शिक्षा कार्यालय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में अंक जमा करेगा।