राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आएं हुनरमंद युवा : राज्यपाल
बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
पटना। बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्हें हुनरमंद बनने की जरूरत है। कौशलयुक्त युवा राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आएं। ये बातें राज्यपाल लालजी टंडन ने सोमवार को ज्ञान भवन में आयोजित तीन दिवसीय विश्व युवा कौशल महोत्सव-2019 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
राज्यपाल ने कहा कि गरीबों को 'सर्वहारा' मानने वाली राजनीति के दिन अब लद गये। गरीब और अभिवंचित हुनरमंद अपनी प्रतिभा के बूते आर्थिक रूप से सशक्त होकर समाज में भरपूर सम्मान प्राप्त कर रहे हैं। राज्यपाल ने युवाओं से खुद स्वावलंबी होने का आह्वान किया और कहा कि सरकारी क्षेत्र में नौकरी की सीमा है। ज्ञान-विज्ञान के कई ऐसे प्रक्षेत्र हैं, जहां कौशल विकास के जरिये युवा उत्कृष्ट कार्य क्षमता का प्रदर्शन करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकते हैं और खुद को स्वावलंबी बनाते हुए आर्थिक निर्भर बन सकते हैं। आधुनिक समय तालीम और हुनर का युग है। कौशलयुक्त युवाओं के बल पर ही नये भारत का निर्माण संभव है। कंप्यूटर प्रशिक्षण, संवाद कौशल एवं व्यवहार कौशल आदि के जरिये समेकित कौशल विकास करते हुए युवा आवश्यकता आधारित रोजगार की ओर उन्मुख हो सकते हैं।
प्राचीन भारत में हुनर का था सम्मान
उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत की सामाजिक-सास्कृतिक व्यवस्था में सबको अपनी हुनरमंदी के प्रदर्शन का पूरा अवसर उपलब्ध था तथा सबको सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में एक कहावत प्रचलित है 'उत्तम खेती मध्यम बान।' अर्थात् कृषि को भारतीय सामाजिक व्यवस्था में अर्थोपार्जन का सबसे उत्कृष्ट जरिया माना गया था, फिर उसके बाद 'बान' यानी व्यवसाय को ज्यादा लाभकारी माना गया है। नौकरी-चाकरी को पहले अच्छा नहीं माना जाता था और इसे स्वाभिमान रक्षा के भी प्रतिकूल बताया जाता था। आज भी कृषि भारत में आर्थिक सशक्तीकरण का प्रमुख माध्यम बन सकता है। आज किसानों की हित-रक्षा के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार दोनों काफी बेहतर प्रयास कर रही हैं। सरकार की योजनाओं का लाभ लें युवा
इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा प्राप्ति के साथ-साथ हुनरमंद होना भी जरूरी है। युवाओं के कौशल-विकास हेतु सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से कई योजनाएं चलायी जा रही हैं। जबकि विकास आयुक्त डॉ. सुभाष शर्मा ने कहा कि युवाओं के कौशल विकास के लिए बिहार कौशल विकास मिशन निरंतर कार्यक्रम संचालित कर रहा है। युवाओं को शिक्षा हासिल करने साथ ही हुनरमंद होने के लिए आगे आना चाहिए। इससे पहले श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया और तीन दिवसीय महोत्सव की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। विभाग के निदेशक धर्मेद्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक कुमार के अलावा विभाग विशेष सचिव के. सेंथिल कुमार और श्रमायुक्त गोपाल मीणा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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कौशल विकास के लिए आगे आएं : श्रम संसाधन मंत्री
श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिलों में प्रखंड स्तर तक कौशल विकास कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। हमारे युवा कौशल विकास का प्रशिक्षण के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार का अवसर दिलाने में प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में कई औद्योगिक शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों आदि के सहयोग से विभाग ने युवाओं के कौशल विकास के लिए विशेषज्ञों को बुलाकर समुचित मार्गदर्शन कराया है।
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इन अफसरों को किया गया सम्मानित
राज्यपाल द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम में बेहतर योगदान करनेवाले कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव राहुल सिंह, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी, बिहार राज्य महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक डॉ. एन. विजयलक्ष्मी को सम्मानित किया। इसके अलावा बक्सर, अरवल, सिवान, सारण और नालंदा के जिलाधिकारी को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, गृह विभाग, 'जीविका परियोजना' के अफसरों एवं भागलपुर के कुशल युवा केंद्र क्रियेशंस ट्रेनिंग की निदेशक मेघा झुनझुनवाला समेत कई अन्य औद्योगिक संस्थाओं के पदाधिकारियों तथा उद्यमियों को पुरस्कृत किया गया।
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