भूल सुधार कर नर्सिंग स्कूल का प्रभारी प्राचार्य सरस्वती को बनाया
पटना सिटी। एनएमसीएच के जीएनएम नर्सिंग स्कूल का प्रभारी प्राचार्य अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक को बनाए जा
पटना सिटी। एनएमसीएच के जीएनएम नर्सिंग स्कूल का प्रभारी प्राचार्य अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक को बनाए जाने से उत्पन्न विवाद पर मंगलवार को विराम लगा। अस्पताल प्रशासन ने अपने पूर्व के आदेश में सुधार करते हुए नियमित शिक्षक सरस्वती देवी को नर्सिंग स्कूल के प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपने का पत्र जारी कर दिया। इस पत्र के जारी होते ही स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख के आदेश की अवहेलना से विभाग, अस्पताल और नर्सिंग स्कूल में तूल पकड़ा मामला भी फिलहाल थम गया है।
सरस्वती देवी को अगले आदेश तक के लिए प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है। अधीक्षक द्वारा जारी पत्र के अनुसार 27 सितंबर 2018 से ही इस संशोधित आदेश को प्रभावी किया गया है। नयी जिम्मेदारी संभालने के बाद प्रभारी प्राचार्य सरस्वती देवी ने बताया कि जीएनएम के लिए दूसरे दिन भी नामांकन प्रक्रिया जारी रही। कुल 53 छात्राएं मूल प्रमाणपत्र के साथ गठित कमेटी के समक्ष उपस्थित हुई। अन्य 12 छात्राओं का नामांकन बुधवार को लिया जाएगा।
विभागीय सूत्रों की मानें तो अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक नीलम कुमारी ने बीएससी नर्सिंग की डिग्री होने पर प्रभारी प्राचार्य के लिए दावा पेश किया था। अनुबंध पर कार्यरत दो अन्य शिक्षक भी इसी आधार पर दावेदारी पेश करने की तैयारी में हैं। - कार्यरत 12 शिक्षकों में एक ही नियमित
एनएमसीएच के जीएनएम नर्सिंग स्कूल में कार्यरत 12 शिक्षकों में से केवल एक सरस्वती देवी ही नियमित हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार इस स्कूल में अनुबंध पर तीन और प्रतिनियुक्ति पर आठ शिक्षक कार्यरत हैं। एनएमसीएच की कई स्टाफ नर्स को स्कूल के शिक्षण कार्य में लगाया गया है।