लालू के करीबी सुभाष यादव के 12 ठिकानों पर IT का छापा, राबड़ी देवी से खरीदे थे फ्लैट
लालू यादव के करीबी बालू माफिया सुभाष यादव के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा है। पटना सहित दिल्ली और धनबाद के ठिकानों पर भी छापेमारी हो रही है।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Fri, 23 Feb 2018 10:40 AM (IST)Updated: Fri, 23 Feb 2018 11:18 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। लालू यादव के करीबी बालू माफिया सुभाष यादव के 12 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा है। आइटी की टीम पटना के दानापुर के तकियापर स्थित घर, मां मरछिया देवी कॉम्प्लेक्स सहित दिल्ली, वाराणसी, आरा, हजारीबाग और धनबाद में भी छापेमारी कर रही है।
बता दें कि ब्राडसन कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. के निदेशक सुभाष यादव बिहार के बड़े बालू माफिया हैं। इन्होंने राबड़ी देवी के मां मरछिया कॉम्प्लेक्स में तीन फ्लैट खरीदे थे। सुभाष यादव ने अलग-अलग बालू कंपनियों के माध्यम से 1करोड़72लाख का भुगतान किया था।
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने वर्ष 2017 में लालू प्रसाद का बालू माफिया के साथ सांठ-गांठ का आरोप लगाया था। कहा कि था कि बालू माफिया की मदद से राबड़ी देवी कौड़ी के भाव लिखाई जमीन पर बिल्डर से एग्रीमेंट कर मुफ्त में 18 फ्लैट की मालकिन बन गयी। साथ ही लालू यादव परिवार पर आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप लगाया था।
मोदी ने कहा था कि लालू परिवार के संरक्षण में पलने वाले बालू माफिया सुभाष यादव के बाद राजद विधायक अरुण यादव ने भी 13 जून 2017 को मरछिया काम्प्लेक्स में राबड़ी देवी के पांच-पांच फ्लैट एक ही दिन में खरीदा। इसके पहले बालू माफिया सुभाष यादव ने भी 13 जून को ही राबड़ी के तीन फ्लैट खरीदे थे। क्या संयोग है कि सुभाष और अरुण यादव दोनों ने ही एक ही दिन सारे फ्लैट खरीदे। दोनों ने इसके लिए 3.28 करोड़ रुपए का भुगतान किया।
मोदी ने आरोप लगाया था कि कालेधन को सफेद बनाने के लिए कंपनी का इस्तेमाल किया। अरुण यादव ने बालू की काली कमाई से अर्जित पैसों को अपनी कंपनी किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन के माध्यम से एक ही दिन में पांचों फ्लैट खरीदा।
अरुण यादव का लालू प्रसाद से कितना करीबी संबंध है वह इसी बात से स्पष्ट हो जाता है कि लालू ने संदेश से हो बार के विधायक विजेन्द्र यादव का टिकट काटकर अरुण यादव को टिकट दिया। अरुण ने अपनी कंपनी के माध्यम से 10 महेन्द्र ट्रक, 2 जेसीबी और 2 पोकलेन मशीन खरीदा। यही नहीं 24.31 लाख के माध्यम से पजेरो स्पोर्ट्स खरीदा। इसकी खरीद पर सुभाष यादव बतौर गवाह हस्ताक्षर किया।
बता दें कि ब्राडसन कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. के निदेशक सुभाष यादव बिहार के बड़े बालू माफिया हैं। इन्होंने राबड़ी देवी के मां मरछिया कॉम्प्लेक्स में तीन फ्लैट खरीदे थे। सुभाष यादव ने अलग-अलग बालू कंपनियों के माध्यम से 1करोड़72लाख का भुगतान किया था।
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने वर्ष 2017 में लालू प्रसाद का बालू माफिया के साथ सांठ-गांठ का आरोप लगाया था। कहा कि था कि बालू माफिया की मदद से राबड़ी देवी कौड़ी के भाव लिखाई जमीन पर बिल्डर से एग्रीमेंट कर मुफ्त में 18 फ्लैट की मालकिन बन गयी। साथ ही लालू यादव परिवार पर आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप लगाया था।
मोदी ने कहा था कि लालू परिवार के संरक्षण में पलने वाले बालू माफिया सुभाष यादव के बाद राजद विधायक अरुण यादव ने भी 13 जून 2017 को मरछिया काम्प्लेक्स में राबड़ी देवी के पांच-पांच फ्लैट एक ही दिन में खरीदा। इसके पहले बालू माफिया सुभाष यादव ने भी 13 जून को ही राबड़ी के तीन फ्लैट खरीदे थे। क्या संयोग है कि सुभाष और अरुण यादव दोनों ने ही एक ही दिन सारे फ्लैट खरीदे। दोनों ने इसके लिए 3.28 करोड़ रुपए का भुगतान किया।
मोदी ने आरोप लगाया था कि कालेधन को सफेद बनाने के लिए कंपनी का इस्तेमाल किया। अरुण यादव ने बालू की काली कमाई से अर्जित पैसों को अपनी कंपनी किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन के माध्यम से एक ही दिन में पांचों फ्लैट खरीदा।
अरुण यादव का लालू प्रसाद से कितना करीबी संबंध है वह इसी बात से स्पष्ट हो जाता है कि लालू ने संदेश से हो बार के विधायक विजेन्द्र यादव का टिकट काटकर अरुण यादव को टिकट दिया। अरुण ने अपनी कंपनी के माध्यम से 10 महेन्द्र ट्रक, 2 जेसीबी और 2 पोकलेन मशीन खरीदा। यही नहीं 24.31 लाख के माध्यम से पजेरो स्पोर्ट्स खरीदा। इसकी खरीद पर सुभाष यादव बतौर गवाह हस्ताक्षर किया।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें