जल्द आयेगा चारा घोटाले में फैसला, क्या लालू यादव को मिलेगी राहत?
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह कयास लगाये जाने शुरू हो गये हैं कि जल्द ही चारा घोटाले में फैसला आ जायेगा। 21 साल से यह मामला अब भी कोर्ट में लंबित है।
पटना [जेएनएन]। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से उम्मीद जगी है कि अगले कुछ महीनों में 21 साल पुराने चारा घोटाले मामले में जल्द ही फैसला आ सकता है। इसके बाद से यह कयास लगाये जाने शुरू हो गये हैं कि क्या रांची सीबीआई कोर्ट का चक्कर लगा रहे लालू यादव को अब राहत मिलनेवाली है?
दरअसल, करोड़ों रुपये के चारा घोटाले ने समूचे देश में जो भूचाल लाया था, उसका केंद्र बिंदु लालू यादव ही थे।21 साल से यह मामला अब भी कोर्ट में लंबित है। लालू सीबीआई कोर्ट का चक्कर लगा रहे हैं। इस मामले ने लालू यादव के राजनीतिक करियर को प्रभावित किया है। चारा घोटाला में लालू यादव पर छह अलग-अलग मामले लंबित हैं और इनमें से एक में उन्हें 5 साल की सजा हो चुकी है। इसके बाद से वे चुनाव लड़ने से वंचित हो गये हैं।
इसी साल मई महीने में सुप्रीम कोर्ट ने चारा घोटाले मामले की स्पीडी ट्रायल करा कर 9 महीने के भीतर इस मामले पर फैसला सुनाने का आदेश दिया है। इसके बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। सुप्रीम कोर्ट डेडलाइन के बारे में जानकारों का कहना है कि इससे लालू को कोर्ट के चक्कर लगाने से थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है। हालांकि कानून के जानकारों का मानना है कि कोर्ट की कोई डेडलाइन नहीं होती।
चारा घोटाले से जुड़े 15 आरोपियों की मौत हो चुकी है, जबकि 2 सरकारी गवाह बन चुके हैं और एक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। एक आरोपी को कोर्ट से बरी किया जा चुका है। 950 करोड़ के इस चारा घोटाले की जांच सीबीआई ने 1996 में शुरु की थी। जांच में सामने आया कि चारा घोटाले में शामिल ज्यादातर आरोपियों के तार राष्ट्रीय जनता दल और दूसरी बड़ी पार्टियों से जुड़े हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने चारे, पशुओं की दवा आदि की सप्लाई में खर्च करने के लिए करोड़ों रुपये की फर्जी बिल सरकारी कोषागार से कई सालों तक भुनाए।