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केंद्रीय मंत्री अहलूवालिया का चौंकाने वाला खुलासा, बिहार का एक भी जिला ODF नहीं

केंद्रीय स्‍वच्‍छता राज्‍य मंत्री एसएस अहलूवालिया ने बिहार में खुले में शौच की स्थिति पर चिंता जाहिर की। कहा कि बिहार का एक भी जिला खुले में शौच से मुक्‍त (ओडीएफ) नहीं है।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 21 Sep 2017 06:55 PM (IST)Updated: Fri, 22 Sep 2017 08:00 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री अहलूवालिया का चौंकाने वाला खुलासा, बिहार का एक भी जिला ODF नहीं
केंद्रीय मंत्री अहलूवालिया का चौंकाने वाला खुलासा, बिहार का एक भी जिला ODF नहीं

पटना [जेएनएन]। केंद्रीय स्‍वच्‍छता राज्‍यमंत्री एसएस अहलूवालिया ने बिहार में ख्‍ुाले में शौच की स्थिति पर चिंता जताई। उन्‍होंने कहा कि बिहार में खुले में शौच की स्थिति देश में सर्वाधिक खराब है। देश में जहां 67 फीसद लोग खुले में शौच से मुक्‍त (ओडीएफ) हैं, वहीं बिहार में यह संख्‍या मात्र 32.5 फीसद है। केंद्रीय मंत्री गुरुवार को पटना में लोक स्‍वास्‍थ्‍य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।

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बैठक में मंत्री अहलूवालिया ने सरकारी मशीनरी के साथ पार्टी  कार्यकर्ताओं से भी खुले में शौच के खिलाफ मुहिम में शामिल होने की अपील की। उन्‍होंने स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए आगे आने का आह्वान किया।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2 अक्टूबर 2019 तक देश को खुले में शौच से मुक्‍त करने का लक्ष्‍य रखा गया है। इस लक्ष्‍य का 67 फीसद पूरा हो चुका है। देश के 192 ज़िले खुले में शौच से मुक्‍त किए जा चुके हैं। लेकिन, बिहार का एक भी जिला इस सूची में शामिल नहीं है। अभी देश के नौ राज्य राष्ट्रीय औसत से पीछे हैं। मंत्री ने कहा कि बिहार में दिसंबर 2017 से मध्य 2018 तक कुछ जिले खुले में शौच से मुक्‍त हो सकते हैं। बिहार के 270 दिन में 1.40 करोड़ शौचालय बनाने की चुनौती है।
स्‍वच्‍छता की चर्चा करते हुए मंत्री अहलूवालिया ने कहा कि स्वछता के लिए सरकारी मशीनरी ही नहीं, समाज और संगठन को भी काम करना होगा। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की चर्चा करते हुए उन्‍होंने कहा कि 'हर घर नल का जल' का नीतीश का सपना पूरा होगा। दिसंबर 2018 तक बिहार में आर्सेनिक और फ्लोराइड से ग्रसित ज़िलों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य है।


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