JDU की बैठक में बोले नीतीश कुमार, हम नहीं जा रहे BJP के साथ
पटना में रविवार को जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें पार्टी सुप्रीमो नीतीश कुमार ने साफ किया कि उनका भाजपा के साथ जाने का कोई इरादा नहीं है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को साफ कहा कि भाजपा के साथ जाने का उनका कोई इरादा नहीं। इस बारे में लगाए जा रहे कयास को बकवास बताते हुए नीतीश इस बात से भी इन्कार किया कि वे किसी के दबाव में काम कर रहे हैं।
पार्टी की राज्य कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे बारे में कहा जा रहा कि भाजपा के साथ जा रहे। यह भी कहा जा रहा है कि किसी के दबाव में काम कर रहे हैं। ये सारी बातें बकवास हैं। मैं बिहार में ही राजनीति करूंगा, बिहार के विकास के लिए काम करूंगा।
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश की आजादी में भाजपा की कोई भूमिका नहीं है, फिर भी आज देश की सत्ता संभाले है। भाजपा गाय की बात करती है तो सड़क पर घूमने वाली गायों को क्यों नहीं पालती? बिहार से ज्यादा उत्तर प्रदेश की सड़कों पर गाय घूमती हैं।
न्योता मिला तो जाएंगे राजद की रैली में
नीतीश कुमार ने यह भी साफ कर दिया कि आमंत्रण मिलने पर वह राजद की अगस्त में गांधी मैदान में होने वाली रैली में शामिल होंगे। उन्होंने अपने पार्टी के नेताओं के इस बयान पर नाराजगी जताई जिसमें कहा गया था कि वह इस रैली में शामिल नहीं होंगे। पार्टी प्रवक्ताओं को नसीहत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी माहौल ठीक नहीं है, गलती से भी कोई 'लूज टॉक' न करें। महागठबंधन में क्या हो रहा है, इससे कोई मतलब नहीं रखें। गठबंधन धर्म का हम कल भी पालन करते थे और आज भी कर रहे हैं।
हम किसी के पिछलग्गू नहीं
कांग्रेस के प्रति नीतीश की नाराजगी साफ दिखी। उन्होंने कहा कि 'राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से 22 जून को बुलाई गई बैठक में मैं जाने वाला था। मगर दो दिन पूर्व इफ्तार पार्टी में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने जो बयान दिया, उसके चलते मैं में नहीं गया।
नीतीश बोले, जिसे जो समझना है समझे, लेकिन मैं सिद्धांत से समझौता नहीं करूंगा। मैंने विपक्षी एकता का दो बार प्रयास किया। हमने उत्तर प्रदेश और असम में भी विपक्ष को एकजुट करना चाहा। लोग एक नहीं हो सके जिसके कारण भाजपा आई। हम किसी के पिछलग्गू नहीं हैं। हमारा एक सिद्धांत है और उससे हम समझौता नहीं करते।'
बैठक में बनी पार्टी की रणनीति
जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में आज पार्टी अपनी आगे की रणनीति पर विचार किया। बैठक में राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति चुनाव तथा पार्टी, महागठबंधन व सरकार से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दाें पर भी चर्चा हुई।
बैठक में पिछले वर्ष 5 जून को आरंभ हुए सदस्यता अभियान की समीक्षा की गई। पार्टी ने 50 लाख प्राथमिक सदस्य एवं दो लाख सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ शुरू हुई सरकार की मुहिम में जदयू के भागीदार बनने की रणनीति भी इस बैठक में बनी।