विद्युत कंपनी प्रगति की लिख रही है कहानी
विद्युत कंपनी तीन सालों में प्रगति की कहानी लिख दी है।
पटना। विद्युत कंपनी तीन सालों में प्रगति की कहानी लिख दी है। प्रधानमंत्री तक बिहार के ग्रामीण विद्युतीकरण की चर्चा कर चुके हैं। गांव में 18 घंटे और शहरों में 20 से 22 घंटे बिजली रहने लगी है। पटना में 550 मेगावाट बिजली की मांग होने लगी है। उत्तर बिहार में आधा दर्जन जिलों में 15 अगस्त के बाद बिजली आपूर्ति में सुधार आ जाएगा। उक्त बातें बिहार-झारखंड राज्य विद्युत परिषद फिल्ड कामगार यूनियन के पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान के प्रथम वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के निदेशक प्रशासन आर. लक्ष्मणन ने कहीं।
निदेशक प्रशासन ने विद्युत कामगारों से अपील किया कि गुणवत्तायुक्त बिजली आपूर्ति करें और राजस्व वसूली वृद्धि में भी सहयोग करें। कर्मचारियों की प्रोन्नति सहित उनकी मांगों को क्रमवार ढंग से कंपनी पूरा कर रही है। न्यायालय से प्रोन्नति और एसीपी के लाभ देने पर रोक हटने के बाद विद्युत कंपनी तेजी दिखाई है। 80 फीसदी लाभ दे दिए गए हैं। क्षेत्रों में तीन माह के अंदर यह लाभ दे दिया जाएगा। इस अवसर पर विद्युत कंपनी के मानव संसाधन निदेशक राजीव रंजन सिन्हा ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को लगातार पूरा किया जा रहा है। इस अवसर पर यूनियन महासचिव अमरेन्द्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि कहा कि पेसू क्षेत्र में कई समस्याएं हैं।