Result Scam : पूर्व सचिव श्रीनिवास निशाने पर, रूबी की हैंडराइटिंग की होगी जांच
रिजल्ट घोटाले में एसआइटी की टीम विकास की तलाश कर रही है। इस मामले में पुलिस ने यूपी, कोलकाता और नालंदा में छापेमारी की, लेकिन अबतक उसका पता नहीं चल सका है।
पटना [जेएनएन] । मेरिट घोटाले के मुख्य आरोपी लालकेश्वर प्रसाद के दामाद विवेक की तलाश में एसआइटी ने मंगलवार को यूपी, कोलकाता और नालंदा में छापेमारी की। दो टीमें कोलकाता और उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर रही हैं।
इसके अलावा एक टीम पटना में उसे तलाश रही है। एसआइटी बच्चा राय के एजुकेशनल ट्रस्ट से जुड़े आठ अन्य सदस्यों की तलाश में वैशाली और मुजफ्फरपुर में छापेमारी करती रही। वह रूबी राय के परिजनों की तलाश में लोकल पुलिस की मदद ले रही है।
अब निशाने पर पूर्व सचिव श्रीनिवास तिवारी
घोटाले में अब तक 20 लोगों को जेल भेज चुकी एसआइटी के निशाने पर अब पूर्व सचिव श्रीनिवास चंद्र तिवारी हैं। सूत्रों की मानें तो मंगलवार को श्रीनिवास को एसआइटी पूछताछ के लिए बुलाई थी। गुप्त स्थान पर श्रीनिवास से एसआइटी काफी देर तक पूछताछ की गई। वहीं दिन भर चर्चा रही कि श्रीनिवास को एसआइटी ने हिरासत में ले लिया है, जबकि सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने इससे साफ इन्कार किया।
गिरफ्तारी के पूर्व सचिव हरिहर दास झा ने एसआइटी को बोर्ड में धांधली से जुड़ी कई अहम जानकारी दी थी। इसके आधार पर एसआइटी ने बोर्ड के पूर्व सचिव श्रीनिवास सहित कई अन्य अधिकारियों की सूची तैयार की है। एसआइटी ऐसे लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है।
सूत्रों की मानें तो मंगलवार को एसआइटी ने श्रीनिवास को पूछताछ के लिए बुलाया था। कुछ उत्तर पुस्तिका, मेरिट, टेंडर, मान्यता और पूर्व में गलत ढंग से दिए गए अनुदान से जुड़े दस्तावेजों के बारे में जानकारी हासिल की।
जांच को भेजी गई टॉपर की हैंडराइटिंग
आर्ट्स टॉपर रूबी राय की उत्तर पुस्तिका की जांच के लिए रूबी की हैंडराइटिंग का सैंपल लिया गया है। मंगलवार को उसे फोरेंसिक जांच को भेज दिया। बाकी टॉपर की तलाश में एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही है। जैसे-जैसे टॉपर एसआइटी के चंगुल में आते रहेंगे, उनकी हैंडराइटिंग के नमूने लेकर एसआइटी फोरेंसिक जांच के लिए भेजती रहेगी।
जेल भेजा गया रामभूषण झा
इंटरकाउंसिल में स्टोर सहायक रामभूषण झा को पुलिस ने मंगलवार को बेउर जेल में भेज दिया। राम भूषण ने टेंडर में धांधली और अधिक रेट पर खरीदारी की जानकारी होने के बाद भी गलत रिपोर्ट तैयार की थी। गलत रिपोर्ट तैयार कर बोर्ड का करोड़ों रुपये का नुकसान कराया है।