नोएडा में सीएम नीतीश की जनसभा में डांस देख बेकाबू हुए लोग, पुलिस ने भांजी लाठी
आज ग्रेटर नोएडा में सीएम नीतीश कुमार की जनसभा से पहले बेकाबू भीड़ पर लाठीचार्ज हुआ। इसके बावजूद नीतीश की सभा हुई जिसमें उन्होंने यूपी में शराबबंदी की मुहिम को बहुत जरूरी बताया।
पटना [वेब डेस्क ]। झारखंड, पश्चिम बंगाल और यूपी में पूर्वांचल की धरती से शराबबंदी का आह्वान कर चुके बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज दिल्ली की सीमा पर शराबबंदी को लेकर हुंकार भरने पहुंचे।
भारी भीड़ के कारण सभास्थल पर अव्यवस्था जैसा नजारा हो जाने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर रैली में आए लोगों को भगाने की कोशिश की। लेकिन इसके बावजूद लोग नहीं भागे और सभास्थल पर भारी भीड़ का नजारा रहा।
शराबबंदी का अभियान चला रहे नीतीश के लिए नोएडा की सभा का महत्व इस कारण भी था कि यूपी की सीमा के अंतर्गत आने वाला नोएडा गेटवे ऑफ दिल्ली कहा जाता है। वहां शराबबंदी को लेकर पहले से ही अभियान चल रहा है। नीतीश यहां पहले से चल रहे आंदोलन को समर्थन के बहाने दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में भी अपनी मुहिम पहुंचाने की कवायद में हैं।
बोले नीतीश, यूपी में हो शराबबंदी की पहल सभा को संबोधित करते नीतीश ने कहा कि यूपी में शराबबंदी की पहल होनी जरूरी है। यूपी बड़ा राज्य है। यहां शराब की खपत भी ज्यादा है। लेकिन जब बिहार में इस अभियान के कारण दस हजार करोड़ की बचत हो गई तो फिर यूपी में यह बचत कितनी होगी अंदाजा लगाया जा सकता है। नीतीश ने कहा कि शराबबंदी लागू करना समाज के हित में है। इससे गरीबों की बचत की ताकत बढ़ेगी। समाज का निचला और वंचित तबका मजबूत होगा क्योंकि अभी शराब के कुचक्र में सबसे ज्यादा निचला तबका ही पिस रहा है।
मंच पर डांस पर उठे सवाल
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोक कलाकार पहुंचे थे। बिहार से भी भारी संख्या में लोग वहां गए। दिल्ली में रहने वाले जदयू समर्थकों को भी कार्यक्रम के लिए बुलाया गया था। जनसभा से पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम में नशा विरोधी मुहिम का संदेश दिया जाता रहा लेकिन इस पर भी विपक्ष ने निशाना साधा। कहा कि नीतीश की सभा में लोगों को बुलाने के लिए मंच पर भौंडी प्रस्तुति की जा रही है।
आचार्य पंकज ने दिया था निमंत्रण
नोएडा इलाके में शराबबंदी को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आचार्य पंकज पिछले दिनों अपने समर्थकों के साथ पटना आए थे और उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने जदयू की सदस्यता भी ग्रहण की थी। उनके ही आमंत्रण पर नीतीश कुमार बुधवार को नोएडा गए थे।
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आंदोलनों की धरती है बिहारः वशिष्ठ नारायण
नोएडा रवाना होने से पूर्व पटना हवाई अड्डे पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि बिहार से अनेक राष्ट्रीय आन्दोलनों की शुरूआत हुई। शराबबंदी की मुहिम भी राष्ट्रीय आंदोलन का स्वरूप ले रही है। बिहार में शराब पर प्रतिबंध के बाद से उत्सव जैसा माहौल है। जदयू अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी को लेकर बिहार पूरे देश में उदाहरण बन गया है। अब तो झारखंड, यूपी, उड़ीसा, महाराष्ट्र, राजस्थान और आंध्रप्रदेश तक में शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही है।
पूरे देश में शराब रोकें पीएम
कहा कि बिहार की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे देश में शराब पर प्रतिबंध लगाएं। उनको कम से कम भाजपा शासित राज्यों मे तो शराब पर रोक जरूर लगानी चाहिए। शराब पर प्रतिबंध से हर वर्ग के लोगों को फायदा होगा। परिवार में शांति के लिए शराब पर रोक लगाना सबसे ज्यादा जरूरी है। मुख्यमंत्री के इस कदम से बिहार में कितने घर उजड़ने से बच गए।
झारखंड में कर चुके सभाएं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी पर झारखंड में दो बड़ी जनसभाएं कर चुके हैं। पहली सभा पिछले सप्ताह पलामू जिलामुख्यालय डाल्टेनगंज में हुई थी। दूसरी सभा सोमवार को रांची में की। इस अभियान में झारखंड विकास मोर्चा का उसे समर्थन मिल रहा है। दोनों सभाओं में बाबूलाल मरांडी की पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे थे।
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यहां भी हो चुकीं नीतीश की सभाएं
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के जिले मिर्जापुर में पार्टी के सदस्यता अभियान के बहाने नीतीश जून के पहले सप्ताह में शराबबंदी का आह्वान कर चुके हैं। इस सभा में अच्छी भीड़ जुटी थी। इससे पूर्व पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार बंगाल में भी शराबबंदी का संदेश देने पहुंच चुके हैं।
इस मुद्दे पर मिल रहा जनसमर्थन
जानकारों का कहना है कि इस अभियान के जरिए नीतीश अन्य राज्यों में लोगों के दिलों में जगह बनाना चाहते हैं। शराबबंदी के मुद्दे पर उन्हें हर जगह जनसमर्थन भी मिल रहा है।