भूमि विवाद में गयी विशेश्वर की जान, गिरफ्तारी के लिए UP में छापेमारी
राज्य पुलिस मुख्यालय ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की हत्या का कारण भूमि विवाद बताया है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार के मुताबिक अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए उत्तरप्रदेश पुलिस से भी संपर्क साधा गया है।
पटना। राज्य पुलिस मुख्यालय ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की हत्या का कारण भूमि विवाद बताया है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार ने कहा कि विशेश्वर ओझा हत्याकांड में सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
यूपी में भी छापेमारी
एडीजी सुनील कुमार ने कहा कि इस सनसनीखेज हत्याकांड के छह फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए बिहार पुलिस ने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की पुलिस से भी संपर्क साधा है। दरअसल, इन छह नामजद अभियुक्तों के संबंध में पुलिस को जानकारी मिली है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वे उत्तर प्रदेश की तरफ भाग निकले हैं।
एडीजी सुनील कुमार ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अब तक हमें जांच में जो क्लू मिले हैं, उससे पता चलता है कि इस हत्याकांड का कारण जमीनी विवाद है। हालांकि इस मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) के सुपुर्द कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि आरा समेत भोजपुर के कई इलाकों में तनाव की सूचना के मद्देनजर वहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है, जबकि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को भी लगाया गया है।
आरा में पुलिस मुस्तैद
एडीजी के अनुसार इस मामले की जांच के लिए पटना के जोनल आइजी कुंदन कृष्णन और शाहाबाद के रेंज डीआइजी खुद आरा में कैंप कर रहे हैं। आरा में तनाव की स्थिति को देखते हुए वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।