शराब बंदी को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयार
पटना। एक अप्रैल से राज्य में होने वाली पूर्ण शराबबंदी को लेकर स्वास्थ्य महकमा तैयार है। विभाग
पटना। एक अप्रैल से राज्य में होने वाली पूर्ण शराबबंदी को लेकर स्वास्थ्य महकमा तैयार है। विभाग अल्कोहलिक व नशीली दवाओं के प्रयोग को देखते हुए छापेमारी कर रहा है। होमियोपैथी, यूनानी एवं आयुर्वेदिक दवाओं की दुकानों में छापेमारी को लेकर गाइडलाइन तय हो किया गया है।
विशेषज्ञ के साथ जारी रहेगी छापेमारी
जांच टीम के साथ एक होमियोपैथी विशेषज्ञ भी रहेगा। इसके अलावे होमियोपैथी दवाओं के एक्सपायरी, नियमवाली के 1.6 बी के अनुसार यदि दवा में वी/वी (अल्कोहल की मात्रा) 12 से अधिक मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। पैकिंग 30 एमएल से अधिक नहीं हो सकती, जबकि अस्पताल की सप्लाई के लिए अधिकतम 100 एमएल का पैक हो सकता है। इससे अधिक वजन की पैकिंग अवैध है। इसे जब्त किया जाएगा। जांच टीम दुकानों के साफ-सफाई, सेल-पर्चेज बिल, मदर टिंचर के बैंच संख्या व गुणवत्ता की जांच करेगी। यह दवाएं सक्षम पदाधिकारी के समक्ष ही बिकनी चाहिए।
आयुर्वेदिक दवा दुकानों भी दबिश जल्द
औषधि नियंत्रण विभाग सूबे में चल रही आयुर्वेदिक दवा दुकानों में भी छापेमारी की योजना बना चुकी है। इसमें दवाओं की एक्सपायरी सहित कई बिंदुओं के अलावे अल्कोहल की मात्रा की जांच करेगी। इसमें मृत संजीवनी सुरा में अल्कोहल की मात्रा 16 वी/वी तथा पैकिंग 30 एमएल, महाद्राक्षा शव में 16 वी/वी पैकिंग 120 एमएल एवं कर्पूराशव, अहिफेनाशव एवं मृगमदासव में अल्कोहल की मात्रा 12 वी/वी से अधिक नहीं होनी चाहिए। इन मानकों पर खरा नहीं उतरने वाली दवाएं जब्त कर कार्रवाई होगी। वहीं, यूनानी दवाओं में भी दवाओं के एक्सपाइरी सहित अन्य बिंदुओं पर नियमावली के अनुसार जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते है अधिकारी
अप्रैल से होने वाली शराब बंदी को लेकर विभाग पूरी तरह तैयार है। इसे लेकर छापेमारी चल रही है, जो चलती रहेगी।
- रमेश कुमार, राज्य औषधि नियंत्रक