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वीआरएस लें या ईमानदारी से काम करें डॉक्टर

पटना। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने शनिवार को प्रदेश के दो सबसे बड़े मेडिक

By Edited By: Published: Sun, 29 Nov 2015 05:05 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2015 05:05 PM (IST)
वीआरएस लें या ईमानदारी से काम करें डॉक्टर

पटना। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने शनिवार को प्रदेश के दो सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज पीएमसीएच व एनएमसीएच के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को पढ़ाई व इलाज का स्तर सुधारने के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल से गायब रहने वाले चिकित्सकों व ठीक से काम नहीं करने वाली आउटसोर्सिग एजेंसियों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर ड्यूटी समय पर अस्पताल से गायब रहते हैं या अपना काम नहीं करते वह वीआरएस (ऐच्छिक सेवानिवृत्ति) ले लें। विभाग उनका वीआरएस स्वीकार करने को तैयार हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम के औचक निरीक्षण में जो डॉक्टर अनुपस्थित मिलेंगे उनका ट्रांसफर सुदूर क्षेत्रों में किया जाएगा। उन्होंने प्राचार्यो को डॉक्टरों की अनुपस्थिति की जानकारी देनी की जिम्मेदारी सौंपी है।

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पढ़ाई-इलाज की गुणवत्ता सुधारने पर जोर :

प्रधान सचिव आरके महाजन ने दोनों मेडिकल कॉलेजों के अधिकारियों से कहा कि मिलकर उन्हें चिकित्सा शिक्षा व इलाज सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है। इसके लिए जो भी आवश्यक सुधार व संसाधन चाहिए हों, उसकी सूची सोमवार तक मुहैया करा दें। सुधार प्रस्ताव लांग टर्म व शार्ट टर्म के आधार पर दें। शार्ट टर्म योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।

मंगलवार के बाद पीएमसीएच का निरीक्षण :

प्रधान सचिव ने पीएमसीएच व एनएमसीएच का निरीक्षण करने की भी बात कही। सूत्रों के अनुसार सोमवार को सुधार उपायों व आवश्यक संसाधनों का प्रस्ताव मिलने के बाद प्रधान सचिव कभी भी दोनों संस्थानों का निरीक्षण कर सकते हैं।

औचक निरीक्षण को बनेगा धावादल :

प्रधान सचिव ने कहा कि प्राचार्य सभी चिकित्सकों को संदेश पहुंचा दें कि ड्यूटी ऑवर में कोई भी अनुपस्थित नहीं मिले। साथ ही इमरजेंसी में वरीय चिकित्सक भी पूरे समय रहे। यदि विभाग के धावादल को निरीक्षण में कोई चिकित्सक अनुपस्थित मिला तो सुनवाई का मौका दिए बिना सुदूर क्षेत्र में ट्रांसफर किया जाएगा।

सिक्योरिटी-सफाई एजेंसी नहीं सुधरी तो होंगी ब्लैकलिस्ट :

प्रधान सचिव ने बार-बार साफ-सफाई व सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने अधीक्षकों को निर्देश दिया कि यदि आउटसोर्सिग एजेंसियां ठीक से काम नहीं करें तो उन्हें ब्लैकलिस्ट कर नया टेंडर निकाला जाए।

फिर जारी हुए सभी निश्शुल्क जांच के आदेश :

पूर्व के दो प्रधान सचिवों की तर्ज पर नए प्रधान सचिव ने भी पीएमसीएच व एनएमसीएच में सभी पैथालॉजिकल व रेडियोलॉजिकल जांचें निश्शुल्क मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। लेकिन, हर बार की तरह यह आदेश भी हकीकत बनेगा, मुश्किल नजर आता है। कमीशन के फेर में यहां के कर्मचारी ही यह कह रोगियों को बाहर भेजते हैं कि यहां दो जांचें होंगी चार बाहर से कराएं। डोयन एजेंसी भी रोगियों से पैसे वसूलती है। सबसे घातक यह है कि यहां के डॉक्टर ही पीएमसीएच व डोयन की जांच को घटिया बताते हैं।

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प्राचार्य ने सोमवार को बुलाई विभागाध्यक्षों की बैठक

पटना : प्रधान सचिव का संदेश सभी डॉक्टरों तक पहुंचाने के लिए पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. एसएन सिन्हा ने सोमवार को विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई है। प्राचार्य ने बताया कि विभागाध्यक्षों को प्रधान सचिव के निर्देशों से अवगत करा सुधार की योजना बनाई जाएगी। विभाग में जो समस्याएं होंगी उन्हें दूर करने के लिए उनका सुझाव व आवश्यक संसाधनों की सूची में संशोधन किया जाएगा।


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