गया से विधायक प्रेम कुमार बने भाजपा विधायक दल के नेता
गया शहर से 1990 से लगातार सातवीं बार निर्वाचित हो रहे पूर्व मंत्री प्रेम कुमार को सर्वसम्मति से विधानसभा में भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। नंदकिशोर यादव की जगह अब वे नेता प्रतिपक्ष होंगे।
पटना। गया शहर से 1990 से लगातार सातवीं बार निर्वाचित हुए पूर्व मंत्री प्रेम कुमार को रविवार को सर्वसम्मति से विधानसभा में भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। नंदकिशोर यादव की जगह वह नेता प्रतिपक्ष होंगे।
बिहार में विधानसभा का चुनाव हारने के बाद भाजपा आलाकमान ने यह पहला महत्वपूर्ण फेरबदल किया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भाजपा विधानमंडल दल के नेता पद पर बनें रहेंगे।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार, बिहार में संगठन प्रभारी भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल जैन की अध्यक्षता में आज नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में डॉ. प्रेम कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव नंदकिशोर यादव ने ही किया जिसका कई नवनिर्वाचित सदस्यों ने समर्थन किया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय और विधान मंडल के दोनों सदनों में भाजपा विधायक और विधान पार्षद बैठक में मौजूद थे। बिहार चुनाव में हार का ठिकरा किसी एक व्यक्ति के मत्थे नहीं थोपे जाने की वजह से ऐसा माना जा रहा था कि नंदकिशोर यादव भी दुबारा विधायक दल के नेता चुन लिए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार बिहार चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में पिछड़ी जातियों की गोलबंदी को देखते हुए भाजपा आलाकमान ने यह फैसला आगे की रणनीति को देखकर लिया है। पिछले लोकसभा चुनाव में 35 प्रतिशत से अधिक आबादी वाली अत्यंत पिछड़ी जातियों की भाजपा के पक्ष में जबर्दस्त गोलबंदी हुई थी, जिसके फलस्वरूप एनडीए को बिहार की 40 में से 31 सीटों पर कामयाबी हासिल हुई थी।
मध्य बिहार के चंद्रवंशी समाज से आने वाले प्रेम कुमार को नेता प्रतिपक्ष बनाकर भाजपा ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अत्यंत पिछड़ी जातियों का समर्थन हासिल करने की अभी से तैयारी शुरू कर दी है। पूर्व मंत्री भीम सिंह ने प्रेम कुमार के नेता चुने जाने पर उन्हें बधाई दी है तथा कहा है कि उनके नेतृत्व में पार्टी मजबूत होगी।