पीएम का एजेंडा देश तोड़ना, नहीं ली थी अखण्डता 'अक्षुण्ण' रखने की शपथ : लालू
महागठबंधन सरकार में मंत्री अपने पुत्र तेजप्रताप के शपथ ग्रहण में हुई गलती के बाद उन्हें दोबारा शपथ दिलाए जाने के जवाब में लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण पर सवाल उठाए हैं। लालू ने कहा है कि मोदी ने देश की अखण्डता "अक्षुण्ण" रखने की शपथ नहीं ली।
पटना। बिहार चुनाव के दौरान की सियासी कड़वाहट अभी खत्म नहीं होती दिख रही है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नरेंद्र मोदी विरोधी तेवर अभी भी बरकरार है। पटना के गांधी मैदान में मंत्री पद की शपथ लेते वक्त अपने पुत्र तेज प्रताप द्वारा गलत उच्चारण के बाद हो रही आलोचनाओं का करारा जवाब देते हुए रविवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है।
लालू ने मोदी द्वारा प्रधानमंत्री पद की ली गई शपथ को त्रुटिपूर्ण बताते हुए ट्वीट करके कहा है कि उन्हें दोबारा शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने देश को अक्षुण्ण रखने की शपथ नहीं ली है। मोदी का एजेंडा देश तोडऩे का है। इसीलिए शपथ लेते समय उन्होंने 'अक्षुण्ण' शब्द का सही उच्चारण नहीं किया था। 'अक्षुण्ण' के बदले 'अक्षण्ण' बोला था। लालू ने कहा कि मोदी की उस शपथ को पूरा नहीं माना जा सकता, क्योंकि 'अक्षण्ण' का ङ्क्षहदी में कोई अर्थ ही नहीं है।
लालू के ताजा तेवर के संकेत साफ हैं कि मोदी विरोधी मोर्चे का अभियान आगे और तेज होगा। चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री द्वारा अपने पुत्रों की आलोचना से आहत लालू ने बिहार में जीत के बाद ऐलान किया था कि नीतीश कुमार सरकार चलाएंगे और वह स्वयं लालटेन लेकर देश भर में भाजपा के खिलाफ अलख जगाने निकलेंगे। जाहिर है, लालू अपनी ओर से चुनाव के दौरान की जुबानी जंग को अभी ठंडी नहीं पडऩे देने के मूड में नहीं हैं। अपने परिवार के ऊपर होने वाले किसी भी वार पर वह तुरंत पलटवार करेंगे।
क्यों आक्रामक हुए लालू?
दो दिन पहले लालू के बड़े पुत्र एवं नवनियुक्त मंत्री तेज प्रताप ने राज्य मंत्रिमंडल में तीसरी वरीयता के मंत्री के रूप में शपथ लेते समय 'अपेक्षित' को 'उपेक्षित' उच्चारित किया था। इसके लिए राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उन्हें टोकते हुए दोबारा शपथ दिलाई थी। तेज प्रताप को स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान मिली है।