गुड गवर्नेंस पर बहस करें नमो : लालू, सुमो का जवाब : आपको शोभा नहीं देती ये बात
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नरेंद्र मोदी को गुड गवर्नेंस सहित हर मुद्दे पर बहस करने की खुली चुनौती दी है। उधर, जवाब में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जिसके राज को हाईकोर्ट ने जंगलराज कहा, वो प्रधानमंत्री को गुड गवर्नेंस की सीख देने चला है।
पटना । राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नरेंद्र मोदी को गुड गवर्नेंस सहित हर मुद्दे पर बहस करने की खुली चुनौती दी है। उन्होंने मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि बक-बक और मन की बात से गरीब का पेट नहींं भरता। उधर, जवाब में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जिसके राज को हाईकोर्ट ने जंगलराज कहा, वो प्रधानमंत्री को गुड गवर्नेंस की सीख देने चला है।
लालू प्रसाद ने ट्वीट किया कि बिहार के दो बेटों (लाूल व नीतीश) ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अारएसएस व बीजेपी के 100 एमपी सहित 50 मंत्रियों को चार महीने से दौड़ा-दौड़ा कर रखा है। लालू ने कहा है कि अब वे सब हार चुके हैं, जाकर अपना मंत्रालय देखें।
अपने दूसरे ट्वीट में लालू ने लिखा है, "मोदीजी को खुली चुनौती जब चाहें, जहां चाहें विकास, गुड गवर्नेंस के मुद्दे पर मुझसे बहस कर सकते हैं। बक-बक और मन की बात से गरीब का पेट नहींं भरता।"
नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा है कि महागठबंधन सिर्फ 'स्वार्थबंधन' है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए लालू ने ट्वीट किया कि हां, न्याय,समावेशी विकास, रोजगार, दलितों-पिछड़ों के आरक्षण, गरीबों को आपके पूंजीपति मित्रों व कुत्सित राजनीति से बचाने का हमारा स्वार्थबंधन है।
इससे पहले कल भी लालू ने मोदी को चुनौती देते हुए ट्वीट किया था, "बिहार के समावेशी विकास,समाजिक व आर्थिक न्याय, आरक्षण, जनगणना, गुड-गवर्नेस पर मैं मोदी को खुली बहस की चुनौती देता हूं। आइये हो जाये आमना-सामना। चुनाव आते-जाते रहते है। पर, आप प्रधानमंत्री पद की गरिमा को इतना मत गिराएं। आप मेरे द्वारा आज सुबह पूछ गए गंभीर प्रश्नों का जवाब दीजये।"
अपने एक और ट्वीट में लालू ने लिखा, "मोदी जी मुझसे लड़ना है तो सामने आकर राजनीतिक कार्यक्रम में बहस करें। हम तो समावेशी विकास, महंगाई, रोजगार, सामाजिक व आर्थिक न्याय की बात कर रहे हैं।"
लालू के ट्वीट के बाद नरेंद्र मोदी के बचाव में उतरे उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट किया है कि लालू के शासन को हाईकोर्ट ने जंगलराज बताया था। वे प्रधानमंत्री को गुड-गवर्नेंस पर बहस की चुनौती देकर अपना उपहास करा रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा, चारा घोटाले की सजा ने लालू प्रसाद को मुखिया बनने लायक भी नहीं छोड़ा। उनका दिल मशीन से चल रहा है और वे सरकार रिमोट से चलाना चाहते हैं। सुमो ने कहा, केंद्रीय मंत्रियों को (जाकर मंत्रालय संभालने की) सलाह देने से पहले लालू प्रसाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहें कि चुनाव प्रचार की धूल फांकने के बजाय वे सूखापीड़ित किसानों की मदद के लिए वक्त निकालें । जाते-जाते तो कुछ काम कर दें नीतीश।