लाइव रिपोर्ट : एक और 'महाभारत' की इबारत लिख रहा चुनाव
बिहार में हो रहा सत्ता संघर्ष अब धीरे-धीरे गौवंश, गौपालन, गोमांस और गोवध के इर्द-गिर्द सिमटता नजर आ रहा है। बिहार भाजपा के सबसे कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी (सुमो) के दिनभर के तूफानी चुनावी दौरे से यह साफ ध्वनि निकलती है कि यह मुद्दा अब थमने वाला नहीं है।
पटना [सुभाष पांडेय]। गंगा के मैदानी इलाके बिहार में हो रहा सत्ता संघर्ष अब धीरे-धीरे गौवंश, गौपालन, गोमांस और गोवध के इर्द-गिर्द सिमटता नजर आ रहा है। बिहार भाजपा के सबसे कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी (सुमो) के दिनभर के तूफानी चुनावी दौरे से यह साफ ध्वनि निकलती है कि यह मुद्दा अब थमने वाला नहीं है। झाझा में खुद उन्होंने कहा कि लड़ाई गोहत्या करने वालों और गोरक्षा करने वालों के बीच की है।
यूपी के दादरी में हुए बवाल के बाद लालू प्रसाद ने गोमांस पर बयान क्या दे दिया, भाजपा को बैठे-बिठाए बड़ा मुद्दा मिल गया। सुमो की सोमवार को झाझा, जमुई, विभूतिपुर की जनसभाओं और समस्तीपुर में रोड शो के दौरान इस मुद्दे पर भीड़ का रेस्पांस भी बताता है कि लालू के एक बयान ने महागठबंधन को कितना नुकसान पहुंचा दिया है।
रात दो बजे तक प्रदेश भाजपा कार्यालय के वार रूम में अमित शाह के साथ रणनीति पर चर्चा के बाद सोने गए मोदी सुबह साढ़े दस बजे अखबारों और टैब के साथ एयरपोर्ट के वीआइपी लाउंज में पहुंचे तो भी चेहरा तरोताजा था।
इसी बीच शाह का फोन। वह बात करने बाहर निकल जाते हैं। वहां बैठे सीपी ठाकुर, अश्विनी चौबे, शाहनवाज हुसैन, रालोसपा के अरुण कुमार के कान खड़े हो जाते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के फोन के बाद से मोदी सक्रिय हो जाते हैं। कभी पशुपालन सचिव से बात करते हैं तो कभी किसी अन्य अफसर से।
यह जानने के लिए कि बिहार में गोवध पर प्रतिबंध है या नहीं? तभी नंदकिशोर यादव प्रवेश करते हैं। बात होते होते गौशाला कानून से धर्मादा कानून तक होने लगती है। चर्चा होती है कि कपड़ा व्यवसायियों से उनकी बिक्री का आधा प्रतिशत गौशालाओं के रखरखाव के लिए टैक्स के रूप में लिया जाता था।
एक घंटा देर से ही सही हेलीकॉप्टर जब यादव बहुल झाझा विधानसभा के दिघ्घी में उतरा, मोदी शुरू हो जाते हैं। बोले-कल लालू प्रसाद आए थे। कह रहे थे भाजपा प्रत्याशी डा.रवीद्र यादव भैंस चरा सकता है। गोबर उठा सकता है। ठीक है परंतु क्या यादव के बेटे को कंप्यूटर चलाने हवाई जहाज उड़ाने का हक नहीं है?
जैसे ही मोदी बोले मेरी सरकार बनी तो गोहत्या पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा देंगे, तालियों की गडग़ड़ाहट शुरू हो गई। जमुई, विभूतिपुर और समस्तीपुर की जनसभाओं में भी उन्होंने इस मुद्दे पर तालियां बटोरी।
सुमो भाषणों में छात्रों को लैपटाप और लड़कियों को पेट्रोल के साथ स्कूटी देने की बात करते हैं तो भी खूब रेस्पांस मिलता है। समस्तीपुर में लड़कों ने आवाज लगाई कि स्कूटी केवल लड़कियों को ही, लड़कों को क्यों नहीं?
वह नमो की लोकप्रियता को भुनाने की कोशिश भी नहीं छोड़ते। युवाओं में नमो के क्रेज को देखकर ही वह हर सभा में चीन और पाकिस्तान का जिक्र करना नहीं भूलते। कहते हैं, पाक की एक गोली का जवाब भारत दस गोलियों से देता है।
नमो नहीं रहते तो चीन भारत में कबका घुस आया होता। इसपर देर तक तालियां बजती हैं। सिलिकॉन वैली में फेसबुक के दफ्तर में नरेंद्र मोदी की उस बात का जिक्र करना नहीं भूलते जब प्रधानमंत्री ने अपनी मांग को याद करते हुए भावुक हुए थे।
लोगों को बताते हैं गरीब तेली परिवार का बेटा प्रधानमंत्री बन गया है तो लालू-नीतीश की छाती पर सांप लोट रहा है। क्या वह पिछड़े का बेटा नहीं है। फिर समझाते हैं पिछड़ा का मतलब लालू-राबड़ी और उनका बेटी-बेटा और दामाद ही नहीं होता। रामकृपाल यादव, नित्यानंद राय और ओमप्रकाश यादव भी होता है।
सुमो जब लोगों से पूछते हैं आप को बिजली चाहिए या लालटेन। जवाब मिलता है बिजली। कहते हैं भाजपा की सरकार बनाइये अगले साल दिसंबर तक हर गांव और हर घर में बिजली पहुंचाएंगे।
गांव गांव में एक नारा चल रहा है ऊपर मोदी-नीचे मोदी। लेकिन सुमो इस पर सतर्क रहते हैं। कहते हैं बिहार में ऐसी सरकार बनाइये जो दिल्ली से कदमताल कर बिहार का विकास करें। ऊपर मोदी और नीचे भी उनके नेतृत्व की सरकार। तभी होगा बिहार का तेज रफ्तार से विकास।
झाझा, जमुई और विभूतिपुर की बड़ी बड़ी चुनावी सभाओं को संबोधित करने के बाद शाम चार बजे से छह बजे तक सुमो ने समस्तीपुर के ताजपुर, स्टेशन रोड, बहादुरपुर, बंगाली टोला होते हुए रोड शो किया और अंत में रेलवे स्टेशन के सामने सभा को भी संबोधित किया। रोड शो में लोगों ने फूल बरसाए। जगह-जगह स्वागत हुए।