VIDEO: बिहार : भाजपा का विजन डॉक्यूमेंट जारी, गरीबी, शिक्षा, रोजगार, बिजली पर जोर
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का 'विजन डाक्यूमेंट' जारी किया। इस दौरान कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता मौजूद रहें।
पटना। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पैंसठ वर्ष सत्ता में रहने के बाद भी बिहार के पिछड़ेपन के लिए राजद-जदयू-कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का दृष्टि पत्र (विजन डाक्यूमेंट) जारी करते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से पिछड़े बिहार को बाहर निकालने के लिए यह चार्टर ऑफ डेवलपमेंट है।
पढ़ें- बीजेपी के प्रमुख 50 वादें...
जेटली ने कहा कि पैंसठ साल का समय किसी भी राज्य को आगे लाने के लिए कम नहीं होता। अगर कांग्रेस के चालीस साल और राजद के पंद्रह साल के शासन को छोड़ भी दिया जाए तो दस साल भी कम नहीं होते। इतने में किसी भी राज्य की सूरत बदली जा सकती है। शिवराज सिंह चौहान ने दस साल में मध्यप्रदेश में ऐसा करके दिखाया है।
वित्तमंत्री ने कहा कि सच में 2005 में बिहार के दोनों चुनाव कठिन संघर्ष के चुनाव थे। हमने जंगलराज से मुक्ति का संकल्प लिया था। चुनाव जंगलराज के खिलाफ लड़ा गया। बाद में नीतीश कुमार उसी के साथ हो गए। कहा कि जंगलराज के निर्माता निर्देशक वहीं है।
केवल अभिनेता बदल देने से चाल, चरित्र औ चेहरा नहीं बदल जाता। दरअसल इन तीनों दलों में राजनीतिक स्थिरता के गुण ही नहीं है। इसलिए अगर महागठबंधन के लोग सत्ता में आए तो बिहार एक बार फिर से राजनीतिक अस्थिरता के दौर में चला जाएगा।
जेटली ने राजद-जदयू-कांग्रेस के महागठबंधन को बेमेल गठबंधन बताया। कहा कि लोहियावादियों का कांग्रेस के साथ भी गठबंधन हो सकता है, यह मेरी कल्पना से बाहर है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह, अनंत कुमार, राजीव प्रताप रूडी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव,नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव, बिहार चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सीपी ठाकुर मौजूद रहे।
महागठबंधन को घेरा
जेटली ने कहा, 2005 में जंगलराज खत्म करने का संकल्प लिया गया था, पर बाद में जदयू जंगलराज वालों से मिल गया। पैंसठ साल बाद भी बिहार में विकास नहीं हो पाया है। कांग्रेस, जदयू और राजद के काम पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने साल में इन पार्टियों ने क्या किया? विकास के मापदंडों पर बिहार अभी बहुत पीछे है।
आरक्षण के पक्ष में भाजपा
अरुण जेटली ने स्पष्ट किया कि आरक्षण इस देश की वास्तविकता है। भाजपा आरक्षण की मौजूदा व्यवस्था बनाए रखने के पक्ष में है। कहा कि हम जनसंघ के जमाने से आरक्षण के पक्ष में थे, हैं और रहेंगे। विरोधी इस मुद्दे पर जान-बूझकर भ्रम फैला रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आरक्षण पिछड़ों को पिछड़ेपन से बाहर निकालने का सांवैधानिक प्रावधान है, जिसे जारी रखने के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है।
तीन टांगों पर चल रहा महागठबंधन
अरुण जेटली ने कांग्रेस, जदयू और राजद के महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि यह तीन टांगों पर चल रहा है। तीन टांगों पर चलकर कोई चुनाव नहीं जीत सकता हैं।
अमित शाह का किया बचाव
जेटली ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर गोधरा कांड को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब में कहा कि उनपर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। यह बात अदालत में साबित हो चुकी है।
बिहार का विकास करेगा राजग
वित्तमंत्री ने कहा कि चुनाव के बाद अगर बिहार में राजग की सरकार बनती है तो पार्टी प्रदेश में विकास के लिए पूरा प्रयास करेगी। जिन क्षेत्रों की अब तक उपेक्षा होती आई है, उसे प्रमुखता देगी।
सबको लुभाने की कोशिश
घोषणापत्र में बीजेपी ने दलितों, पिछड़ों, मुस्लिमों के साथ-साथ युवाओं को लुभाने के लिए वादे किए हैं। पार्टी हर वर्ग को खुश करने की रणनीति बनाकर चल रही है। इसमें दलितों, पिछड़ों, मुस्लिमों के साथ-साथ युवाओं के साथ हर वर्ग को लुभाने के लिए वादे किए हैं।