घटक दलों ने भाजपा नेतृत्व पर सीटों के बंटवारे का बढ़ाया दबाव
बिहार चुनाव को लेकर एनडीए के घटक दलों ने सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा नेतृत्व पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। एनडीए के घटक दलों का साफ कहना है कि अब चुनावी तैयारियों के लिए उनके पास पर्याप्त समय नहीं है।
पटना। एनडीए के घटक दलों ने सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा नेतृत्व पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। एनडीए के घटक दलों का साफ कहना है कि अब चुनावी तैयारियों के लिए उनके पास पर्याप्त समय नहीं है।
ऐसे में अगर सीटों का बंटवारा नहीं होता है तो उन्हें प्रत्याशियों के चयन और चुनाव प्रचार का पर्याप्त समय नहीं मिलेगा। यह मांग तब और जोर पकडऩे लगी है जब महागठबंधन के घटक दलों ने आपस में सीटों का बंटवारा कर लिया है।
एनडीए के प्रमुख घटक दलों में शुमार लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने विगत शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में इस मुद्दे पर विमर्श किया है।
लोजपा बिहार विधानसभा चुनाव में अपने लिए 60 सीटों की मांग कर रही है। पिछले साल लोकसभा चुनाव में लोजपा को बिहार की कुल 40 सीटों में से सात सीटें दी गई थी। लोजपा अब उसी फार्मूले पर बिहार विधानसभा के लिए भी सीटें मांग रही है।
उधर, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी अपने लिए 67 सीटों की दावेदारी ठोक दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेंद्र प्रसाद कुशवाहा ने रविवार को वैशाली की एक सभा में साफ शब्दों में कहा कि भाजपा को अपने लिए केवल 102 सीटें रखनी चाहिए। क्योंकि जदयू के साथ गठबंधन में भी भाजपा इतने ही सीटों पर चुनाव लड़ती रही है।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की अगुवाई वाली हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने भी भाजपा पर अपना दबाव बढ़ा दिया है। हम बिहार विधानसभा की कुल 40 सीटों पर अपना दावा जता रहा है।
इसके लिए उसने प्रत्याशियों का चयन भी कर लिया है। जबकि, लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पीए संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी ने भी एनडीए की पांच सीटों पर अपनी दावेदारी जताई है।
एनपीपी के नेताओं ने तो रविवार को एसके मेमोरियल हॉल के सम्मेलन में यहां तक कहा कि अगर हमें एनडीए में सम्मानजनक सीटें नहीं मिलती हैं तो हमें एनडीए से खुद को मुक्त करने का एलान कर देना चाहिए। हालांकि संगमा ने कहा कि पांच सीटों के लिए हमारी बात भाजपा नेतृत्व से हो चुकी है और अगले एक सप्ताह में इसका फैसला हो जाएगा।