पांच दिनों के सामूहिक अवकाश पर रहेगी बिहार पुलिस, बिगड़ेंगे हालात
पुलिसकर्मियों की नौ सूत्री मांगों को ले बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन 26 अगस्त से चरणबद्ध आंदोलन करेगा। पुलिसकर्मियों ने पांच दिनों तक सामूहिक अवकाश पर जाने का अल्टीमेटम दिया है।
पटना। पुलिसकर्मियों की नौ सूत्री मांगों को ले बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन 26 अगस्त से चरणबद्ध आंदोलन करेगा। पुलिसकर्मियों ने पांच दिनों तक सामूहिक अवकाश पर जाने का अल्टीमेटम दिया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री, राजभवन, उच्च न्यायालय, मंत्रियों, वरिष्ठ आइपीएस व आइएएस अधिकारियों के साथ अन्य वीवीआइपी की सुरक्षा 30 अगस्त की रात्रि तक प्रभावित हो सकती है।
बिहार पुलिस एसोसिएशन की ओर कहा गया है कि 26 अगस्त के पहले मांगें नहीं मानी गईं तो इंस्पेक्टर स्तर तक के लोग भी हड़ताल पर चले जाएंगे। विधि-व्यवस्था ठप हो जाएगी।
मिले उत्क्रमित ग्रेड पे
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्मल कुमार सिंह, महामंत्री नरेन्द्र कुमार धीरज, दिनेश दुबे एवं जय शंकर प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों सभी पुलिसकर्मियों को साल में 13 माह का वेतन देने के साथ ही उन्हें क्षतिपूर्ति अवकाश देने की घोषणा की थी।
परंतु जब आदेश निकला तो क्षतिपूर्ति अवकाश रद कर दिया गया। नौ सूत्री मांगों की चर्चा करते हुए कहा गया कि राज्यकर्मियों की भांति पुलिसकर्मियों को भी उत्क्रमित ग्रेड पे देने, वर्दी व राशन भत्ता में बढ़ोत्तरी करने, अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति करने का अधिकारी एसपी को देने, शिक्षा भत्ता लागू करने, उग्रवाद प्रभावित जिलों में वेतन का 30 फीसद अधिक देने, महिला कर्मियों के लिए शौचालय व आवास की व्यवस्था करने, दंगा निरोधी दस्ता दल, एसडीआरएफ को एसटीएफ की तर्ज पर तीस फीसदी अधिक वेतन दिया जाना चाहिए।
महामंत्री ने कहा कि सामूहिक अवकाश के पूर्व 17 अगस्त की सुबह 8 बजे से 18 अगस्त की सुबह 8 बजे तक सारे पुलिसकर्मी अपने-अपने जिले में एसपी अथवा समादेष्टा के समक्ष धरना देंगे। बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह एवं वंदना कुमारी ने भी पुलिस मेंस की हड़ताल का समर्थन करने की बात कही।