स्वतंत्रता दिवस समारोह में बोले नीतीश : हमें पैसा नहीं, दीजिए विशेष राज्य का दर्जा
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झंडोत्तोलन किया। गांधी मैदान में होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। इस अवसर पर गांदी मैदान में रंगारंग झांकी निकाली गईं।
पटना। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झंडोत्तोलन किया। गांधी मैदान में होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। वहां भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का नमन किया। उन्होंने देश की सेनाओं का नम किया। उन्होंने कहा कि 2000 में बिहार का विभाजन कर झारखंड का उदय हुआ। उस समय बिहार में निराशा का भाव था। विभाजन के समय बिहार काफी पिडछ़ा था। अब बिहार एक क्रियायाील राज्य है। यह लगातार विकास कर रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि बिहार को छिटपुट सहायता के रूप में विशेष पैकेज की जरूरत नहीं है। बिहार को कुछ देना ही है तो केवल विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए।
इस मौके पर उन्होंने पिछले दस साल के अपने शासनकाल का हिसाब देते हुए एक-एक विभाग की उपलब्धियां भी गिनाईं और कहा कि बिहार को किसी भी चीज की कमी नहीं है, हमें तेजी से विकास करने के लिए विशेष राज्य का दर्जा चाहिए। बिहार अपने दम पर विकास करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर बिहार को यह मदद मिल जाएगी तो हमारा राज्य तेजी से विकास कर सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार को बिहार के विकास के रचनात्मक कार्यों में सकारात्मक भूमिका निभाने की नसीहत दी। कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता है तो दुनिया की कोई भी ताकत इस राज्य को आगे बढऩे से नहीं रोक सकती।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि मैंने बिहार की जनता से जो वादा किया था उसे निभाया है। राज्य ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, या स्वास्थ्य हो या फिर बिजली या सड़क या कानून-व्यवस्था।
बिहार में सूखे के हालात की चर्चा करते हुए कहा कि अभी औसत से 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। अगर अगले दस दिनों में बारिश नहीं होती है तो बिहार को सूखाग्र्रस्त घोषित किया जाएगा। कहा कि हमने सूखे की आशंका को देखते हुए ही बिहार के किसानों को मिलने वाले डीजल सब्सिडी में वृद्धि की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे किसानों के साथ खड़े हैं। अापदा पीडि़त का पहला अधिकार सरकारी खजाने पर है। वे किसानों की समस्याओं से निबटने के लिए तैयार हैं।
बिहार सरकार के जन संवाद कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि हम इस सीधे संवाद के जरिए जनता से बिहार के विकास के वर्ष 2025 का विजन तैयार कर रहे हैं। यह डॉक्युमेंट कुछ सप्ताह में तैयार हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा की अनेक योजनाएं श्ुारू कह गईं। लड़कियों को स्कूल भेजने के लिए साइकिल योजना आरंभ की गई। अब स्कूलों में लड़कों व लड़कियों की संख्या लगभाग बराबर हो चुकी है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हालात बदल गए हैं। मानव विकास पर ध्यान दिया। शिशु मृत्यु व मात्रि मृत्यु दर घट गए। पोलियो का उन्मूलन हुआ। टीकाकरण में हम राष्ट्रीय औसत से भी अागे निकल गए हैं।
हमारा नजरिया न्याय के साथ विकास का है। हमने सभी को पेंशन योजनाओं का लाभ दिया। समाज में प्रेम व सद्भाव का वातावरण बनाया। विश्वास का माहौल बनाया। एक-दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ने की बात हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बुनियादी ढ़ांचे के विकास पर जोर दिया गया है। हमने लक्ष्य रखा था कि बिहार के किसी भी कोने से पटना छह घंटे में पहुंच सकें। यह लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। अब योजना बनाई जा रही है कि पांच घंटे में पटना पहुंच सकें।
नीतीश कुमार ने कहा कि बिजली की स्थिति भी सुधारी है। उन्होंने कहा कि वादा किया था कि बिहजली नहीं सुधरी तो 2015 में वोट नहीं मांगेंगे। स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमने हर क्षेत्रों में काम करने की कोशिश की। बहुत कुछ किया, बहुत कुछ बाकी है। इसलिए हमने लोक संवाद के जरिए लोगों से आगे क्या होना चाहिए यह जानने की कोशिश की। गांव्ा-गांव से लोगों की राय ली। इसे इकट्ठा कर विशेषज्ञों की भी राय ली जा रही है। इसके आधार पर हम विजन डाक्यूमेंट बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे युवाओं के भविष्य के लिए भी काम कर रहे हैं। चाहते हैं कि युवा पीढ़ी अपने लिए अपने राज्य के लिए काम करें। यहां ज्ञान के सभी केंद्र का विकास हो। विक्रमशिला विवि भी नए रूप में उभरकर विश्व के सामने आए।
उन्होंने कहा कि बिहार की प्रगति में सभी समुदाय व वर्ग, खासकर युवाओं व महिलाओं से विशष उम्मीद है। राज्य के नवनिर्माण में सभी अपना येागदान देते रहें। तब दुनिया की कोई ताकत बिहार की प्रगति को नहीं रोक सकती है।
उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं, रसोइया सहित कांट्रैक्ट कर्मियों के मानदेय में वृद्धि पर बल देते हुए कहा कि इसमें राज्य सरकार अपना योगदान देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को बहुत आगे ले जाना है। हम संकल्प लें कि बिहार को नर्द उन्नति पर पहुंचाएंगे और देश की प्रगति में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि वे उस स्थिति की कल्पना करते हैं कि बाहर के लोग बिहार आकर काम करें। नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि वो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे। बिहार को पैसा नहीं चाहिए।
रंगारंग झांकियों ने माेह लिया मन
इस अवसर पर गांदी मैदान में रंगारंग झांकी निकाली गई। इनमें बिहार के विकास व इसकी विधिता के दर्शन हुए। इन झांकियों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया।