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बैकवर्ड-फॉरवर्ड को बांटने में जुटे लालू-नीतीश : रामविलास

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने अनंत सिंह प्रकरण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ मिलकर समाज को बैकवर्ड-फारवर्ड में बांटने का आरोप लगाया।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2015 02:00 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2015 02:08 PM (IST)
बैकवर्ड-फॉरवर्ड को बांटने में जुटे लालू-नीतीश : रामविलास

पटना। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने अनंत सिंह प्रकरण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ मिलकर समाज को बैकवर्ड-फारवर्ड में बांटने का आरोप लगाया।

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उन्होंने कहा ये लोग भूल रहे हैं कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। मंडल कमीशन तो लग गया। 25 साल से कोई उंची जाति का मुख्यमंत्री नहीं बना। अब जातपात क्यों कर रहे हो?

पटना से राजग प्रत्याशी भोला सिंह के समर्थन में शनिवार को विद्यापति भवन में आयोजित सभा में पासवान का तेवर काफी आक्रामक रहा। उन्होंने कहा कल तक अनंत सिंह नीतीश कुमार के मुंहलग्गू हुआ करते थे।

इसी के नाम पर आज समाज को बैकवर्ड-फारवर्ड में बांटने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि 25 साल से बिहार में पिछड़ी जाति के इन्हीं दोनों नेताओं का राज रहा। उन्होंने डॉ. राममनोहर लोहिया की पुस्तक 'इतिहास चक्र' का उल्लेख किया और कहा कि डॉ. लोहिया ने कहा था कि ऊंची जाति से सत्ता पिछड़ों के पास जाएगी। पिछड़ी जाति के यादव और कुर्मियों ने अत्यंत पिछड़े और दलितों को साथ नहीं रखा तो यह लोग फिर से ऊंची जाति से हाथ मिला लेंगे। वही आज हो रहा है तो यह दोनों नेता बेचैन हैं।

पासवान ने सवाल किया कि रामकृपाल यादव से ज्यादा वफादार कौन था? रंजन यादव ने हाथ पकड़ कर लालू यादव को राजनीति सिखाई। नंदकिशोर, हुकुमदेव, नित्यानंद क्या यादव नहीं हैं? पप्पू यादव जब साथ थे तो ठीक, अलग हुए तो खराब हो गए! बड़े भारी गंगोत्री यही हैं। अब पप्पू यादव से ही निपट लीजिए।

उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश न जाति के नेता हैं, न जमात के। बड़ा दलितों का मसीहा बनते हैं! इनको पता भी था जब कैबिनेट की बैठक में मंडल कमीशन का प्रस्ताव लाया जा रहा था, बिहार से केवल मुझे और जार्ज साहब को इसकी जानकारी थी। मुसलमानों का हिमायती बनकर 15 साल तक वोट लेते रहे। कुर्सी देने की बारी आई तो राबड़ी देवी के अलावा कोई नहीं दिखा।

पासवान ने कहा कि दस साल में नीतीश ने सबसे ज्यादा दुश्मनी यादव और पासवान से निभाई। सैकड़ों यादवों की हत्याएं हुईं। झूठे मुकदमे कर बेवजह उन्हें जेलों में ठूंसा गया। यादव समाज इसके बावजूद नीतीश कुमार को गले लगाना हो तो लगा ले, पासवान समाज जिंदगी भर इनसे हाथ मिलाने वाला नहीं है।

नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए रामविलास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल करने चले हैं। नकल में भी अक्ल होनी चाहिए। चेहरा चमकाने के लिए किसी को लाए हैं, इससे कोई फर्क नहीं पडऩे वाला।

कोट-पैंट पहनने से संबंधित लालू यादव के व्यंग्य पर पासवान ने कहा कि कोट-पैंट पहनने के लिए भी बॉडी चाहिए। भगवान ने दिया है तो क्यों नहीं पहनें। रामविलास ने इनके दोहरे मापदंड पर कटाक्ष किया। कहा कि अपने लिए एसी गाड़ी और वर्कर को देना हो तो कहेंगे, टमटम पर चलो।


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