आज से कूपन आधारित राशन वितरण व्यवस्था लागू
पटना। किदवईपुरी के आइएएस कॉलोनी से लेकर कंकड़बाग में पीसी कॉलोनी, डाक्टर्स कॉलोनी, राजेन्द्र नगर और
पटना। किदवईपुरी के आइएएस कॉलोनी से लेकर कंकड़बाग में पीसी कॉलोनी, डाक्टर्स कॉलोनी, राजेन्द्र नगर और अभियंता नगर में रहने वाले अमीरों को भी 1 जुलाई से कूपन पर किरासन तेल आवंटित होगा। मात्रा भले ही महीने भर एक ढ़ीबरी जलाने भर दैनिक खांसी की खुराक बराबर होगी। आशियाना नगर में सिन्हा जी रहते है या बुद्ध कालोनी में शर्मा जी सबके बंगले में अब किरासन तेल की गंध मिलेगी।
सरकार ने खाद्य सुरक्षा और डोर स्टेप डिलेवरी योजना की सफलता को देखते हुये बुधवार से कूपन आधारित राशन-किरासन वितरण व्यवस्था लागू कर रही है। नई व्यवस्था में बीपीएल और एपीएल के साथ अंत्योदय परिवारों को किरासन तेल की दैनिक मात्रा कफ सीरप की खुराक की तरह रोजना 83 मिली लीटर निर्धारित होगी। बीपीएल को तीन कूपन और एपीएल को सिर्फ किरासन तेल के लिए एक कूपन मिलेगा।
बीपीएल और अंत्योदय परिवारों को 12 महीने का एक साथ गेहूं, चावल और किरासन तेल के लिए अलग-अलग कूपन होंगे। सभी कूपन का रंग अलग होगा। सभी कूपन का बार कोड और होलोग्राम होगा ताकि कोई फर्जी कूपन के आधार पर राशन-किरासन का उठाव नहीं कर सके।
1 फरवरी 2014 से खाद्य सुरक्षा योजना लागू होने साथ ही डोर स्टेप राशन डिलेवरी योजना की लॉचिंग हुई लेकिन 15 महीने बाद भी खाद्य निगम की गाड़ी किसी गांव तो दूर पंचायत तक नहीं पहुंच सकी। राशन दुकानदारों को अब तक खाद्य निगम के गोदाम से ही अपने खर्च पर अनाज ले जाना पड़ रहा है। बुधवार से नई वितरण व्यवस्था में भी कूपन जमा करने पर राशन-किरासन मिलेगा। जन वितरण दुकानदार जितना कूपन एकत्र करेंगे उसके अनुसार हरेक महीने राशन की आपूर्ति होगी।
जिले के करीब 21.26 लाख परिवारों को इस योजना से लाभान्वित कराने का लक्ष्य है। इसमें गरीबी रेखा से उपर (एपीएल) परिवारों की संख्या 8.67 लाख से अधिक होगी। राजधानी के चकाचौंध में रहने वालों से लेकर गांव तक के लोग शामिल होंगे। 31 मार्च 15 तक के सर्वेक्षण के अनुसार जिलास्तर पर लाभार्थियों की सूची के अनुसार कर्नाटक के मणिपाल से कूपन की छपाई कर मंगाया गया है।
आर्थिक, सामाजिक और जातीय जनगणना के आधार पर पटना जिले में 1 फरवरी 2014 से खाद्य सुरक्षा योजना लागू है। 5 लाख 65 हजार 821 परिवारों को गृहस्थी राशन कार्ड पर दो रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल आपूर्ति की जा रही है। इस योजना में करीब 1.38 लाख नए परिवारों का नाम जुड़ा है, लेकिन अनाज का आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है। लाभुक परिवारों को समय पर निर्धारित मात्रा में अनाज नहीं मिलने की बढ़ती शिकायत के बाद सरकार ने फिर से कूपन आधारित राशन वितरण व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। सरकार द्वारा जून से जितना कूपन राशन दुकानदार जमा करेंगे उतनी ही मात्रा में किरासन तेल और अनाज का आवंटन होगा।
--कूपन पर होलोग्राम व बार कोड
प्रत्येक परिवार को 12 महीने का अलग-अलग कूपन दिया जाएगा। कूपन पर माह, बार कोड, नंबर और होलोग्राम रहेगा। नकली कूपन पर न तो कोई राशन प्राप्त कर सकता है, न ही आवंटन हो सकेगा। लाभार्थियों के अलावा अन्य किसी व्यक्ति के पास मिला कूपन अवैध माना जायेगा। हरेक प्रखंड और पंचायत का कूपन में भिन्नता होगी जिससे कोई इसका दुरुपयोग नहीं कर सकेगा।
-- नई व्यवस्था का लाभ --
उपभोक्ता जब तक कूपन नहीं देंगे तब तक राशन नहीं मिलेगा। राशन दुकानदारों को जितना कूपन उपभोक्ता देंगे उसके आधार पर ही हरेक माह में अनाज का आवंटन मिलेगा। शत प्रतिशत परिवारों की संख्या के आधार पर आवंटन की व्यवस्था समाप्त हो जाएगी। उपयोगिता के आधार पर ही आपूर्ति की व्यवस्था प्रभावी होगा।
परिवारों की श्रेणी - संख्या
एपीएल - 8,67,262
बीपीएल - 5,72,046
अंत्योदय - 1,21,393
खाद्य सुरक्षा के पात्र - 5,65,821
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