मुंगेर, सासाराम, औरंगाबाद और गया पर रालोसपा का दावा
बिहार विधान परिषद चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सहमति नहीं बन सकी है। एनडीए के प्रमुख दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने चार सीटों पर दावेदारी करेगी। रालोसपा मुंगेर, सासाराम, औरंगाबाद और गया सीट पर दावा करेगी।
पटना। बिहार विधान परिषद चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सहमति नहीं बन सकी है। एनडीए के प्रमुख दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने चार सीटों पर दावेदारी करेगी। रालोसपा मुंगेर, सासाराम, औरंगाबाद और गया सीट पर दावा करेगी। इसकी विधिवत घोषणा 30 या 31 मई को की जाएगी।
बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव होने वाला है।
जून के प्रथम सप्ताह में चुनाव की तिथि घोषित होगी। बिहार में भाजपा को शिकस्त देने को विधानसभा चुनाव से पहले परिषद चुनाव को जदयू और राजद रिहर्सल मान रहा है। इसलिए दोनों दल विधान परिषद चुनाव को भी तालमेल के साथ लडऩा चाह रहे हैं। हालांकि, अभी तक जदयू और राजद में सीटों को लेकर सहमति नहीं बनी है। अभी तक कांगे्रस ने भी अपना पत्ता नहीं खोला है।
चुनाव की तिथि करीब आने के साथ ही एनडीए में भी सीटों की दावेदारी को लेकर सुगबुगाहट तेज होने लगी है। लोजपा द्वारा विधान परिषद चुनाव में छह सीटों पर दावेदारी करने के बाद रालोसपा में भी चार सीटों पर अपनी दावेदारी ठोक दी है। 30 या 31 मई को दिल्ली में पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक में सीटें के नाम तय किये जाएंगे।
पार्टी सूत्र के अनुसार, रालोसपा मुंगेर, सासाराम, औरंगाबाद और गया सीट पर अपना दावा करेगी। चारों सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार तय कर लिए हैं। अनुज कुमार सिंह के जदयू से भाजपा में आने से गया सीट रालोसपा को मिलना मुश्किल लगता है। हरि नारायण सिंह के कांगे्रस छोड़कर भाजपा में आने से समस्तीपुर सीट लोजपा को छोडऩा पड़ सकता है। रालोसपा नेता का कहना है कि कटने वाली सीट के एवज में दूसरी सीट की मांग की जाएगी। दूसरे दल से आने वाले को टिकट देने से पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा।