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नेपाल को हर संभव मदद करेगा बिहार : नीतीश

बोले नीतीश -धैर्य बनाए रखें लोग, अफवाहों पर ध्यान नहीं दें -राज्य सरकार राहत पहुंचाने में नहीं

By Edited By: Published: Sun, 26 Apr 2015 06:25 PM (IST)Updated: Sun, 26 Apr 2015 06:25 PM (IST)
नेपाल को हर संभव मदद करेगा बिहार : नीतीश

बोले नीतीश

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-धैर्य बनाए रखें लोग, अफवाहों पर ध्यान नहीं दें

-राज्य सरकार राहत पहुंचाने में नहीं बरतेगी कोताही

-प्रभारी मंत्रियों और सचिवों को दिया कैंप करने का निर्देश

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राज्य ब्यूरो, पटना : भूकंप के झटकों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और पीड़ितों के बीच तत्काल मुआवजा देने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी होने के कारण नेपाल को भी हम हर संभव मदद देंगे। इसके लिए केंद्र की अनुमति ले ली गई है।

इस प्राकृतिक आपदा की समीक्षा के लिए जिला प्रभारी मंत्रियों एवं जिला प्रभारी सचिवों के साथ बैठक के बाद सीएम ने मुख्य सचिवालय के सभाकक्ष में पत्रकारों को बताया कि भूकंप में जिनके घर टूटे हैं उन्हें अनुमान्य राशि के अलावा कपड़ा एवं बर्तन के लिए 5800 रुपये नकद एवं एक क्विंटल अनाज दिया जा रहा है। पॉलीथिन शीट बांटी जा रही है। कैटल शेड भी जरूरत के अनुसार बनेंगे। मकान एवं फसलों की क्षति के आकलन के बाद इसके लिए भी सहायता दी जाएगी।

मीडिया का आभार जताते हुए उन्होंने आमजन से अपील की कि ऐसे मौके पर लोग दहशत में न आएं और सतर्क-सचेत रहें। अभी कई प्रकार की अफवाहें फैलाई गई, जिसे मीडिया ने तत्काल खंडन किया है। मिल-जुलकर हम इस आपदा का मुकाबला करेंगे। लोगों की सुविधा के लिए इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर काम कर रहा है। संचार माध्यम से सूचना संकलन की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों एवं सचिवों को अपने प्रभार के जिलों में कैंप करने का निर्देश दिया और कहा कि पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें राहत सामग्री दिलवाएं। फरवरी, मार्च में हुई तबाही में भी राहत कार्य चलाया जाए। 1764 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी सहयोग का वादा किया है। हम उनके सम्पर्क में हैं।

नेपाल के लिए खोला दरवाजा

मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्य होने के नाते हम नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में राहत पहुंचाएंगे। लोगों का इलाज ठीक तरीके से और मुफ्त किया जाएगा। डॉक्टरों की टीम भी भेजेंगे। इसे प्रधान सचिव स्वास्थ्य खुद देख रहे हैं। फूड पैकेट जिसमें दो किलो चूड़ा, ढाई सौ ग्राम चीनी एवं नमक की पैकेजिंग कराकर उसे नेपाल भेजा जा रहा है। अभी 1500 पैकेट हर दिन भेजे जाएंगे। यह काम पश्चिमी चम्पारण से शुरू किया गया है। नेपाल को पोल, कंडक्टर एवं ट्रासफर्मर से भी सहयोग करेंगे। इसकी सूचना केंद्रीय गृह मंत्री को दे दी है।

फंसे बिहारियों को निकाला जाएगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल में बिहार के फंसे लोगों को निकालने की व्यवस्था की जा रही है। पोखरा तक बस भेजकर लोगों को वापस लाया जा रहा है। बस में स्टाफ ड्राइवर-कंडक्टर की दो टीमें रहेंगी। अधिकारी भी रहेंगे। पोखरा जाते वक्त बस में राहत सामग्री रहेगी। हमारी शिविरों में नेपाल के लोगों को भी मदद मिलेगी। बिजली रेस्टोरेशन में यदि वे सहयोग चाहेंगे तो वह भी देंगे।

बैठक में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन व्यास जी, डीजीपी पीके ठाकुर, प्रधान सचिव स्वास्थ्य ब्रजेश मेहरोत्रा, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव पथ निर्माण अरूण कुमार सिंह, प्रधान सचिव योजना एवं विकास दीपक प्रसाद, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डीएस गंगवार, सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन सचिव दीपक कुमार सिंह सहित सभी जिला प्रभारी सचिव उपस्थित थे।


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