अब तक 20 लाख टन हुई धान की खरीद
-लक्ष्य से 10 लाख टन पीछे रही सरकार -किसानों के खाते में सीधे गया धान खरीद का पैसा राज्य ब्यूरो
-लक्ष्य से 10 लाख टन पीछे रही सरकार
-किसानों के खाते में सीधे गया धान खरीद का पैसा
राज्य ब्यूरो, पटना
तमाम मुश्किलों के बावजूद राज्य सरकार की एजेंसियों ने इस बार धान की रिकार्ड लगभग 20 लाख टन की खरीदारी की है। हालांकि तब भी लक्ष्य से यह करीब 10 लाख टन कम है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट आना अभी बाकी है। बुधवार तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि वास्तव में कितनी खरीद हुई, लेकिन एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक इस बार खरीद का आंकड़ा 20 लाख टन के पार कर गया है। राज्य में अब तक की यह सबसे बड़ी खरीद है। पिछले साल भी हम 14 लाख टन का आंकड़ा पार नहीं कर पाए थे, मगर इस बार राज्य सरकार की मुश्तैदी के कारण यह संभव हो सका। श्याम रजक ने कहा कि इस बार किसानों को भुगतान में पारदर्शी तरीका अपनाया गया। धान खरीद एवं बोनस का पैसा किसानों के खाते में सीधे भेजा गया।
पैक्स ने खरीदा 14 लाख टन
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सहकारिता मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में लगभग 14 लाख टन धान की खरीद सिर्फ पैक्स के माध्यम से हुई है। इसके अलावा अलग अलग एजेंसियों ने अपने स्तर से खरीदी है। राज्य सरकार लक्ष्य के करीब पहुंच गई है।
कैमूर में धांधली की जांच डीएम को
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सहकारिता मंत्री ने कहा कि औरंगाबाद, कैमूर और भोजपुर जिलों से खरीद में धांधली की शिकायत मिली थी, लेकिन जांच कराई गई तो सिर्फ कैमूर में ही मामला सामने आया। वहां के डीएम को जांच के लिए कहा गया है। हफ्ते भर में रिपोर्ट मांगी गई है। संतोषजनक जवाब नहीं आने पर एसएफसी और सहकारिता विभाग की एक उच्च स्तरीय संयुक्त टीम बनाकर जांच कराई जाएगी। बिचौलियों को बख्शा नहीं जाएगा।